नवाचार पर चयनित हुए 13 शिक्षकों के विचार, भेजा गया मुख्यालय
संवाद सहयोगी जमुई शिक्षा के क्षेत्र में नवाचार पर 13 नव विचार को जिला चयन समिति ने चयन किया है। इन चयनित शिक्षकों के नाम बुधवार को जिलास्तर से राज्य मुख्यालय भेजा गया। इसमें अलीगंज झाझा चकाई बरहट जमुई सिकंदरा के दो-दो शिक्षक व सोनो प्रखंड के एक शिक्षक के नाम शामिल हैं।
फोटो 1 जमुई-6
विचार
-40 शिक्षकों ने समर्पित की थी अपनी लेखनी
-जिला कमेटी ने उत्कृष्ट नवाचार का किया चयन
-10 थीम पर करना था चयन
संवाद सहयोगी, जमुई : शिक्षा के क्षेत्र में नवाचार पर 13 नव विचार को जिला चयन समिति ने चयन किया है। इन चयनित शिक्षकों के नाम बुधवार को जिलास्तर से राज्य मुख्यालय भेजा गया। इसमें अलीगंज, झाझा, चकाई, बरहट, जमुई, सिकंदरा के दो-दो शिक्षक व सोनो प्रखंड के एक शिक्षक के नाम शामिल हैं।
अलीगंज प्रखंड से प्लस टू एलएनएम उवि धनामा के अजीत कुमार व मवि आढ़ा के अरुण कुमार चौधरी, झाझा प्रखंड के आदर्श कन्या मध्य विद्यालय झाझा के रंजीत कुमार सिंह व मवि चरघरा के अनिल कुमार, चकाई प्रखंड के एनपीएस सगदनियाडीह के ब्रजेश कुमार व मवि माधोपुर के विकास कुमार, बरहट प्रखंड के उमवि नगदेवा के अशोक कुमार व राजकीय बुनियादी विद्यालय बरहट की शोभा सिंह, जमुई प्रखंड के उमवि संगथू के मु. तफज्जुल करीम व प्लस टू उवि जमुई के समुंद्रगुप्त, सोनो के उमवि सरधोडीह के विकास कुमार तथा सिकंदरा प्रखंड के उमवि कैथवारा के अभिषेक कुमार सिंह व उमवि मिरचा के राजेश कुमार के नवाचार पर संक्षिप्त लेखनी चयनित होने के उपरांत इन शिक्षकों के नाम राज्य मुख्यालय को भेजा गया है। बताया जाता है कि राज्य स्तर पर राष्ट्रीय स्तर के लिए नवाचार का चयन किया जाएगा। इससे पहले जिला शिक्षा कार्यालय में जिला जांच कमेटी के सदस्य जिला शिक्षा पदाधिकारी, राज्य परियोजना निदेशक और जिलाधिकारी द्वारा नामित डा. एसएन झा द्वारा शिक्षकों के नवाचार और पीपीटी स्लाइड का चयन किया गया था। जिले के चालीस शिक्षकों ने नवाचार पर अपने विचार का संक्षिप्त लेखनी कार्यालय में समर्पित किया था। स्कूली शिक्षा एवं साक्षरता विभाग शिक्षा मंत्रालय भारत सरकार ने राज्य स्तर एवं राष्ट्र स्तर पर हर वर्ष शिक्षक पर्व मनाने का निर्णय लिया है। इसी को लेकर शिक्षा विभाग द्वारा निर्धारित दस विषय (थीम) पर इच्छुक शिक्षकों का नवाचार के संबंध में संक्षिप्त लेखनी और 10-12 स्लाइड के पीपीटी मांगी गई थी। कोरोना संक्रमण के दौरान सरकारी एवं गैर सरकारी विद्यालयों के शिक्षकों की प्रतिभा और उनके द्वारा किए गए नवाचार को विद्यालयों में अपनाया गया था। लिहाजा शिक्षकों की प्रतिभा, उनके सीखने की प्रक्रिया एवं नवाचार को मान्यता देने की दृष्टि से राष्ट्रीय एवं प्रदेश स्तर पर शिक्षक संसाधन कोष (टीचर रिसोर्स रेपोजिटरी) बनाने का निर्णय लिया गया है।
---------
कोट
जिले से 13 शिक्षकों के नवाचार को चयनित कर राज्य मुख्यालय भेजा गया है। चालीस शिक्षकों ने नवाचार पर अपने विचार समर्पित किए थे।
कपिलदेव तिवारी, डीईओ, जमुई