Move to Jagran APP

जहानाबाद में लक्ष्य 2.23 लाख का, अब तक मात्र 64 हजार पौधारोपण

जहानाबाद जिले में इस वर्ष 25 जुलाई तक दो लाख 23 हजार पौधा लगाने का लक्ष्य पूरा नहीं हुआ है। इसके मुकाबले अभी तक मात्र 64 हजार पौधे ही लगाए जा सके हैं।

By JagranEdited By: Published: Tue, 27 Jul 2021 12:08 AM (IST)Updated: Tue, 27 Jul 2021 12:08 AM (IST)
जहानाबाद में लक्ष्य 2.23 लाख का, अब तक मात्र 64 हजार पौधारोपण

जहानाबाद: जिले में इस वर्ष 25 जुलाई तक दो लाख 23 हजार पौधा लगाने का लक्ष्य पूरा नहीं हुआ है। इसके मुकाबले अभी तक मात्र 64 हजार पौधे ही लगाए जा सके हैं। पौधारोपण का यह पूरा करने की जिम्मेदारी कृषि विभाग, मनरेगा तथा वन विभाग को सौंपी गई थी। वन विभाग को 46 हजार, कृषि विभाग को 40 हजार तथा शेष पौधारोपण मनरेगा के तहत संचालित होना था।

loksabha election banner

समय सीमा समाप्त होने के उपरांत सिर्फ वन विभाग ही अपने लक्ष्य को पूरा करने में सफल रहा है। कृषि विभाग तथा मनरेगा द्वारा लक्ष्य के अनुरूप कार्य नहीं किया गया। परिणामस्वरूप वन क्षेत्र का दायरा बढ़ाने के सरकारी मुहिम को धक्का लगा है। नर्सरी में बचे पौधों को विभिन्न विभागों द्वारा अब भी लगाया जा रहा है। पौधारोपण को लेकर आमजन को जागरूक किया जा रहा है।

मालूम हो कि पिछले वर्ष एक लाख 14 हजार पौधे लगाने का लक्ष्य रखा गया था। इसे आसानी से पूरा भी कर लिया गया था। इस बार लक्ष्य के अनुरूप पौधारोपण के कार्य में उल्लेखनीय प्रगति नहीं हुई है। पौधारोपण के लक्ष्य की समय सीमा समाप्त हो गई है। ऐसे में इसे गति देने के उद्देश्य से इस अवधि को आगे भी बढ़ाया जा सकता है। पौधा तैयार करने के लिए जिले में हैं आठ नर्सरी

जिले के सभी सात प्रखंड मुख्यालयों के साथ पर्यटक स्थल बराबर में नर्सरी है। इसमें बड़ी संख्या में पौधे अभी भी लहलहा रहे हैं। इस नर्सरी में छायादार व फलदार पौधे हैं। यहां से सरकारी विभागों के अलावा आम-आवाम को पौधारोपण के लिए उपलब्ध कराया जाता है। कोट--

इस बार जून और जुलाई में अधिक बारिश होने के कारण पौधारोपण में व्यवधान हुआ है। अभी भी पौधारोपण चल रहा है। जल्द ही लक्ष्य के अनुरूप हर जगह पौधे लगा दिए जाएंगे। जिले में वन क्षेत्र बढ़ाना सभी की जिम्मेदारी है। इसमें आमजन का सहयोग जरूरी है।

- केके सिंह, रेंजर, वन विभाग।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.