सेविका-सहायिका के चयन में बरतें पारदर्शिता
जहानाबाद। जिलाधिकारी आलोक रंजन घोष की अध्यक्षता में समाहरणालय स्थित सभा कक्ष में आईसीडीएस द्वारा आंगनबाड़ी सेविका-सहायिका के चयन में पारदर्शिता लाने के लिए एक दिवसीय कार्यशाला का आयोजन किया गया।
जहानाबाद। जिलाधिकारी आलोक रंजन घोष की अध्यक्षता में समाहरणालय स्थित सभा कक्ष में आईसीडीएस द्वारा आंगनबाड़ी सेविका-सहायिका के चयन में पारदर्शिता लाने के लिए एक दिवसीय कार्यशाला का आयोजन किया गया।
कार्यशाला में आंगनबाड़ी सेविका-सहायिका के चयन में मार्गदर्शिका एवं नियमावली की विस्तृत जानकारी दी गई। साथ हीं महिला पर्यवेक्षिकाओं द्वारा चयन के संबंध में होने वाली समस्याओं का भी निराकरण किया गया। इस संदर्भ में जिलाधिकारी द्वारा बताया गया कि आंगनबाड़ी सेविका- सहायिका के चयन में पारदर्शिता लाते हुए आम सभा में हीं मेघा सूची बनाई जाए तथा उसे प्रकाशित भी की जाए। उन्होंने बताया कि आवेदनकर्ताओं की सूची भी प्रखंड कार्यालय में प्रकाशित कराना अनिर्वाय होगा। जिलाधिकारी ने निर्देश दिया कि चयन समिति की बैठक की वीडियोग्राफी एवं फोटोग्राफी कर आईसीडीएस कार्यालय को उपलब्ध कराई जाए ताकि चयन प्रक्रिया में पारदर्शिता का निर्वहन किया जा सके। साथ हीं यह निर्देश दिया गया कि आंगनबाड़ी सेविका-सहायिकाचयन संबंधित आंगनबाड़ी केन्द्र के पोषक क्षेत्रातंर्गत महिलाओं नियमानुसार किया जाए। जिलाधिकारी ने कहा कि आंगनवाड़ी सेविका-सहायिका के चयन में पूरी तरह पारदर्शिता बरतें ताकि लोगों का विश्वास बना रहे। उन्होंने कहा कि इस कार्य में किसी भी प्रकार की अनियमितता बरते जाने की शिकायत नहीं मिलनी चाहिए। डीएम ने कहा कि आप कोशिश करें कि चयन की जानकारी और उसपर आम लोगों का विश्वास बना रहे्। उन्होंने कहा कि जहां कहीें से भी गड़बड़ी की जानकारी मिली तो संबंधित लोगों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने बैठक में उपस्थित सभी सीडीपीओ से कहा कि समिति की बैठक की पूरी जानकारी रखें। ताकि उसका प्रतिवेदन दे सकें। कार्यशाला में जिला प्रोग्राम पदाधिकारी, आईसीडीएस, सभी बाल विकास परियोजना पदाधिकारी सहित अन्य पदाधिकारी एवं महिला पर्यवेक्षिका उपस्थित थे।