सड़कें सुबह में जाम, दोपहर बाद हो रही वीरान
सरकार द्वारा लागू लॉकडाउन का असर सुबह में नहीं दिख रहा है।
जागरण संवाददाता, जहानाबाद: सरकार द्वारा लागू लॉकडाउन का असर सुबह में नहीं दिख रहा है। बाजार में लोगों का तो सड़क पर वाहनों की जाम लग जा रही है। हालांकि जिले में प्रवेश के लिए ई-पास दिखाना जरूरी कर दिया गया है। सीमा पर दंडाधिकारी के नेतृत्व में पुलिस बल की तैनाती की गई है। फिर भी सुबह में वाहनों की आवाजाही अधिक देखी जा रही है। इसके साथ ही नगर परिषद क्षेत्र में ऑटो चालक भी अपनी वाहन सड़क पर बेतरतीब चलाते रहते हैं।
जिलाधिकारी द्वारा यह निर्देश जारी किया गया था कि लॉकडाउन में केवल आवश्यक सेवा वाले वाहन ही चलेंगे। सुबह होते ही अरवल मोड़ पर आम दिन की तरह लोगों की जमघट लग रही है। अब ऐसे में कोरोना श्रृंखला को तोड़ना मुश्किल है। हालांकि मोड़ पर पुलिस भी मौजूद रहती है। पुलिस की पैनी नजर वैसे वाहन चालकों पर जरूर रहती है जिससे लोग बारात कर लौटते हैं। वहीं सब्जी मंडी में भी लोग शारीरिक दूरी को भूल जा रहे हैं। अधिकांश खाद्यान्न के दुकान पर ग्राहकों के लिए सफेद घेरा नहीं बनाया गया है। दुकानदार अपनी सुरक्षा को लेकर दो गज की दूरी पर घेरा बनाना नहीं भूलते हैं। 11 बजते ही पुलिस की चहलकदमी बढ़ जा रही है। शायरण की आवाज सुनते ही दुकानदार शटर गिराकर अपने घर में दूबक जा रहे हैं। आवश्यक सामग्री खरीददारी करने वाले लोग भी समय का जरूर ख्याल रख रहे हैं। प्रतिबंधित समय समाप्त होते ही जल्दी-जल्दी घर में आना मुनासिब समझते हैं। गलियां सुनी हो जा रही है। कहीं से आवाज नहीं सुनाई पड़ती है। सड़क पर केवल ड्यूटी से लौटने वाले लोगों की वाहन ही इधर-उधर आते जाते दिखती है। वगैर कार्य के विचरण करने वाले लोगों पर पुलिस की सख्त नजर रहती है। जरूरी सबूत नहीं दिखाने वाले लोगों पर पुलिस की लाठियां बरसने लगती है। उधर प्रखंड मुख्यालयों में भी यही हालात है। 11 बजे के पहले तक आवागमन प्रारंभ रहता है। समय समाप्त होते ही काको, मोदनगंज, घोसी, हुलासगंज, मखदुमपुर तथा रतनी फरीदपुर प्रखंड मुख्यालय में पुलिस सख्त हो जा रही है।