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आज बहनें बांधेगी भाई की कलाई पर रेशम की डोर

आज रक्षा बंधन है। भाई और बहन के बीच के अटूट रिश्ते का प्रतीक पर्व रक्षा बंधन आज हर्षोल्लास के साथ मनाया जाएगा। इसके लिए बहनों ने तैयारी कर रखी है। अपने भाईयों की कलाई पर राखी बांधकर उनके लंबी उम्र और खुशहाली की कामना करेंगी।

By JagranEdited By: Published: Sat, 25 Aug 2018 09:40 PM (IST)Updated: Sat, 25 Aug 2018 09:40 PM (IST)
आज बहनें बांधेगी भाई की कलाई पर रेशम की डोर
आज बहनें बांधेगी भाई की कलाई पर रेशम की डोर

जहानाबाद । आज रक्षा बंधन है। भाई और बहन के बीच के अटूट रिश्ते का प्रतीक पर्व रक्षा बंधन आज हर्षोल्लास के साथ मनाया जाएगा। इसके लिए बहनों ने तैयारी कर रखी है। अपने भाईयों की कलाई पर राखी बांधकर उनके लंबी उम्र और खुशहाली की कामना करेंगी। हालांकि कई बहनें जहां पहले ही राखी की खरीद कर रखी थी वहीं जिन्होंने राखी नहीं खरीदी थी वह रविवार को रक्षाबंधन के दिन भी राखी की खरीददारी करते देखी गयी। खरीदारी के कारण यहां के बाजारों में दिन भर भीड़ भाड़ रही। राखी की दुकानें सजी हुई थी। हर तरह की राखी यहां के बाजारों में उपलब्ध थी। जिसकी जैसी हैसियत वैसी ही राखी की खरीदारी की। रक्षा बंधन के एक दिन पूर्व यहां के बाजारों में काफी भीड़ रही। सुबह से ही लोगों से बाजार पटा था। जैसे जैसे दिन चढ़ता गया बाजारों में भीड़ भाड़ भी बढ़ती गयी। राखी को लेकर यहां के बाजारों में कई अस्थायी दुकानें सजी हुयी थी। जहां हर तरह की राखी से दुकान भरा पडा था। बहनों ने अपने भाई की कलाई पर राखी बांधने के लिए राखी की खरीदारी तो की ही साथ ही उनका मुंह मीठा कराने के लिए मिठाई भी खरीदी। जिसके कारण यहां के मिठाई दुकानों पर शनिवार को भी दिन भर भीड़ भाड़ रही। कई घरों में वैसी बहनें जो बाहर रहती थी वहां अपने भाईयों को राखी बांधने के लिए पहुंच गयी। राखी की दुकानों के साथ-साथ मिठाई की दुकानों पर भी महिलाओं की भीड़ उमड़ रही थी। बहनें राखी के साथ-साथ अपने भाई को बेहतर मिठाई खिलाने की तैयारी में जुटी थी। राखी जहां पांच रुपए से लेकर सात सौ तक की कीमत की सजी थी। इस बीच कुछ बहनें चांदी की राखी की भी खरीदारी कर रही थी, लेकिन अधिकांश महिलाएं मोती से युक्त धागे की राखी को ही अधिक पसंद कर रही थी। महिलाओं की भीड़ भाड़ से बाजार जहां पट सी गई थी। भाई-बहन के इस पवित्र त्योहार में भाई भी अपने फर्ज से पीछे नहीं रह रहा है। जिन भाइयों की बहनें ससुराल में है वे पूरी व्यवस्था के साथ उसके घर जा रहे हैं। लेकिन जो भाई नहीं जा पा रहे हैं उनकी बहन रेशम की डोर लेकर उसके घर आ रही है। जिन बहनों के भाई प्रदेश में रहते हैं वह तो पहले ही डाक के माध्यम से राखी भेजवा चुकी है।

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