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काको जेल में बनी थी ट्रक लूटे जाने की योजना

जहानाबाद। पटना-गया राष्ट्रीय राजमार्ग संख्या 83 पर अवस्थित कड़ौना ओपी क्षेत्र के सलेमपुर सूर्यमंदिर के पास सशस्त्र अपराधियों द्वारा ट्रक लूटे जाने की योजना मंडल कारा में बनाई गई थी।

By JagranEdited By: Published: Wed, 30 Jan 2019 12:28 AM (IST)Updated: Wed, 30 Jan 2019 12:28 AM (IST)
काको जेल में बनी थी ट्रक लूटे जाने की योजना
काको जेल में बनी थी ट्रक लूटे जाने की योजना

जहानाबाद। पटना-गया राष्ट्रीय राजमार्ग संख्या 83 पर अवस्थित कड़ौना ओपी क्षेत्र के सलेमपुर सूर्यमंदिर के पास सशस्त्र अपराधियों द्वारा ट्रक लूटे जाने की योजना मंडल कारा में बनाई गई थी। उस कारा में अंतर जिला गिरोह का सरगना बंद था। उसी के षंडयंत्र से अन्य अपराधियों ने लूट की घटना का अंजाम दिया था। पुलिस द्वारा गिरफ्तार काको थाना क्षेत्र के औलियाचक निवासी उदय कुमार के स्वीकारोक्ति बयान के आधार पर इस षडयंत्र की खुलासा हुई। हालांकि लूट की घटना में शामिल गिरोह के एक अन्य सदस्य को तो गिरफ्तार कर लिया गया लेकिन बंगाल में बेच दिए जाने के कारण ट्रक की बरामदगी नहीं हो सकी।पुलिस इसमें शामिल दो लोगों को तो गिरफ्तार कर लिया है लेकिन अन्य लोगों की गिरफ्तारी के लिए छापेमारी की जा रही है। अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी के कार्यालय में मंगलवार को आयोजित पत्रकार सम्मेलन में एसडीपीओ प्रभात भूषण श्रीवास्तव ने बताया कि 15 जनवरी को सवेरे सात अपराध कर्मियों द्वारा इस घटना को अंजाम दिया गया था। उन्होंने बताया कि इस सिलसिले में कड़ौना ओपी में कांड संख्या 41-19 धारा 395 के तहत प्राथमिकी दर्ज की गई थी। एसपी मनीष ने इस घटना को गंभीरता से लिया था और एसडीपीओ के नेतृत्व में टीम का गठन किया गया था। उन्होंने इस टीम में कड़ौना के ओपी अध्यक्ष अवधेश चौधरी को भी शामिल किया था। टीम के लोगों को शीघ्र ही इस घटना का उछ्वेदन किए जाने का निर्देश दिया गया था। एसडीपीओ ने बताया कि मोबाइल लोकेशन के साथ ही वैज्ञानिक अनुसंधान के जरिए यह जानकारी मिली कि इस घटना को अंजाम देने में काको थाना क्षेत्र के औलियाचक निवासी उदय कुमार भी शामिल था। जानकारी मिलते ही पुलिस द्वारा काको के थानाध्यक्ष संजय शंकर के सहयोग से गिरफ्तार किया गया। जब उससे कड़ाई के साथ पूछताछ की गई तो उसने बताया कि इस घटना को अंजाम देने में सात लोग शामिल थे। उसके स्वीकारोक्ति बयान के आधार पर काको थाना क्षेत्र के ही इसलामचक निवासी उपेंद्र कुमार को भी गिरफ्तार किया गया। जब उन दोनों से पूछताछ की गई तो उनलोगों ने बताया कि सातनपुर गांव निवासी अजीत कुमार इस गिरोह का सरगना है और वह पुलिस पर फाय¨रग किए जाने के सिलसिले में जेल में बंद है। उनलोगों ने यह भी बताया कि उसके द्वारा ही जेल से इसका षड्यंत्र रचा गया था। पूछताछ के क्रम में उनलोगों ने यह भी बताया कि ट्रक को

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बंगाल ले जाकर भेज दिया गया है। ढाई लाख रुपए में उसकी बिक्री की गई थी जिसमें एक लाख रुपए उदय के खाते तथा डेढ़ लाख रुपए विकास के खाते में बंगाल से ही भेज दिया गया था। एसडीपीओ ने बताया कि दोनों के खाते के सत्यापन और मोबाइल नंबर का सत्यापन किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि उदय तथा उपेंद्र के साथ ही अजीत के खिलाफ भी आ‌र्म्स एक्ट, रंगदारी आदि के कम से कम छह सात मामले दर्ज हैं। उन्होंने कहा कि इसमें शामिल अन्य अपराध कर्मियों की गिरफ्तारी तथा ट्रक की बरामदगी के लिए कार्रवाई की जा रही है।


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