श्रीबाबू के समय में रोजगार के लिए दूसरे जगह पलायन नहीं करते थे लोग
जहानाबाद। एक निजी रेस्ट हाउस में बुधवार को श्रीकृष्ण राजनीतिक चेतना फ्रंट और श्रीकृष्ण
जहानाबाद। एक निजी रेस्ट हाउस में बुधवार को श्रीकृष्ण राजनीतिक चेतना फ्रंट और श्रीकृष्ण महिला कॉलेज के तत्वावधान में प्रथम मुख्यमंत्री डॉ श्रीकृष्ण सिंह की जयंती मनाई गई। मौके पर पूर्व मंत्री प्रो. रामजतन सिन्हा ने बिहार केशरी श्रीबाबू को श्रद्धा सुमन अर्पित करते हुए कहा कि उनके शासन काल में शिक्षा, स्वास्थ्य, रोजगार की स्थिति बेहतर थी। प्रदेशवासी रोजगार को लेकर दूसरे जगह पलायन नहीं करते थे। श्रीबाबू ने आर्थिक विकास के लिए विश्वविद्यालय,अस्पताल, तकनीकी संस्थान, उद्योग धंधे और सिचाई को लेकर बांधों का निर्माण कराया था। आज 21 वीं सदी में भी प्रदेश प्रति व्यक्ति आय के मामले में सबसे पीछे है। नल जल को विकास का पैमाना बता रहे हैं। शिक्षा और रोजगार के लिए पलायन जारी है। सरकार में बैठे लोग श्रीबाबू से तुलना करने की कोशिश करने में लगे हैं। समारोह में माध्यमिक शिक्षक संघ के अध्यक्ष बैजनाथ शर्मा, पूर्व अध्यक्ष अंबिका शर्मा, पूर्व मुखिया विरेन्द्र शर्मा, शिव शर्मा, मृत्युंजय कुमार, धर्मराज पासवान, पूर्व मुखिया जितेन्द्र शर्मा, आदि लोगों ने भी अपना विचार रखा। इधर कला संस्कृति विकास संस्थान के अध्यक्ष प्रो डॉ चंद्रिका प्रसाद ने कहा कि वे सामाजिक समरसता के प्रतिक थे। उन्होंने सर्वप्रथम प्रदेश में दलितों को देवघर में पूजा पाठ कराया था। श्रीबाबू के बताए रास्ते पर चलकर ही राष्ट्रीय एकता कायम किया जा सकता है। इस मौके पर पूर्व जिप अध्यक्ष कमला देवी, प्रो चंद्रप्रकाश,डॉ अजय कुमार सहित कई लोग उपस्थित थे।