हर हाथ में मोबाइल, नेताजी की खुल रही पोल; जनता मांग रही जवाब
जहानाबाद। कोरोना काल में हो रहे विधानसभा चुनाव में नेताजी की परीक्षा सोशल मीडिया पर खूब
जहानाबाद। कोरोना काल में हो रहे विधानसभा चुनाव में नेताजी की परीक्षा सोशल मीडिया पर खूब हो रही है। जनता एक से बढ़कर एक सवाल पूछ रही है। उत्तर देने में उनका पसीना छूट रहा है। हर हाथ में मोबाइल आने से लोकतंत्र की ताकत बढ़ गई है। सोशल मीडिया रणक्षेत्र में बदल गया है। फेसबुक से लेकर वाट्सएप, ट्विटर, मैसेंजर सवालों से अटे पड़े हैं।
रमेश कुमार ने अपने फेसबुक वाल से सवाल पूछा है-नेताजी आपका स्थानीय मुद्दा क्या है? आपने अबतक हमारे लिए क्या लड़ाई लड़ी? रजिया कुमारी का सवाल-नेताजी रोजगार बढ़ाने के लिए आपने क्या किया? अरविद सिंह पूछते हैं - बेहतर चिकित्सा के लिए अबतक क्या हुआ? राजीव रंजन का सवाल-नेशनल हाइवे का चौड़ीकरण अब तक क्यों नहीं हुआ ? इस तरह के अनगिनत सवालों का नेताजी को जवाब देते नहीं बन रहा। कोई अखबार में छपी खबरों को परोस कर जवाब देने को मजबूर है तो कोई लिखकर सफाई दे रहा है।
सभी दल आइटी विशेषज्ञ की ले रहे सेवा
सोशल मीडिया पर लोगों की बढ़ती सक्रियता को देखते हुए अधिकांश पार्टियों ने अलग सेल या प्रकोष्ठ गठित की है। आइटी विशेषज्ञों की सेवाएं ली जा रहीं है। ये विशेषज्ञ ग्राफिक्स, वीडियो, कार्टून, फोटो, समाचारों के जरिए अपनी पार्टी या प्रत्याशी के पक्ष में सोशल मीडिया में माहौल बना रहे हैं। पार्टी की उपलब्धियां, चुनावी लोक-लुभावन वादे, भविष्य की कार्ययोजना, विपक्षी की खामियां, नेताओं के बयानों पर पलटवार किया जा रहा है। चुनावी जंग में पोस्टर की जगह, फेसबुक, वाट्सएप
पहले के चुनाव में पोस्टर, बैनर और लाउडस्पीकर लगे वाहन ही प्रचार का एकमात्र जरिया हुआ करते थे। अब क्या शहरी, क्या ग्रामीण, अब हर जगह प्रचार अभियान सोशल मीडिया पर केंद्रित है। सभी दल सोशल मीडिया पर ही सक्रिय हैं। सभी प्रत्याशी अपना फेसबुक पेज तथा वाट्सएप ग्रुप भी बना रखे हैं। कइयों का तो फैन क्लब लंबे दिन से सोशल मीडिया पर हावी है।