संसाधनों के अभाव से स्वास्थ्य सेवाएं हो रही प्रभावित
प्रखंड मुख्यालय स्थित प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र संसाधनों के अभाव में स्वास्थ्य सेवा ठप।
जहानाबाद। प्रखंड मुख्यालय स्थित प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र संसाधनों के अभाव में बेहतर स्वास्थ्य सेवा उपलब्ध कराने में विफल साबित हो रहा है। यहां चिकित्सकों एवं कर्मियों की भी घोर कमी है। अस्पताल में कई जीवन रक्षक दवाईयां उपलब्ध नहीं रहने से मरीजों को परेशानी का सामना करना पड़ता है। हालात यह है कि केंद्र के आसपास कोई निजी दवा दुकान भी उपलब्ध नहीं है जहां से मरीज के परिजन दवा खरीद सकते हैं। उन्हें दवा के लिए शकुराबाद आने की मजबूरी होती है। इस स्वास्थ्य केंद्र में चिकित्सकों का चार तथा संविदा से नियुक्त तीन चिकित्सकों का पद सृजित है। वर्तमान समय में मात्र दो स्थायी एमबीबीएस डॉक्टर तथा एक संविदा पर बहाल चिकित्सक कार्यरत हैं जो सृजित पद की तुलना में काफी कम है। सबसे विकट स्थिति उस समय उत्पन्न हो जाती है जब कोई प्रसव के लिए आता है। एक भी महिला चिकित्सक के नहीं रहने के कारण प्रसव के लिए आने वाले लोगों को काफी परेशानी होती है।
वहीं कुछ स्वास्थ्य कर्मियों का डिप्टेशन दूसरे स्वास्थ्य केंद्रों में हो जाने से परेशानी हो रही है। इस स्वास्थ्य केंद्र में छह बेड की व्यवस्था की गई है। टेक्निशियन और पैथोलॉजी का पद रिक्त है। जिसके कारण बेहतर स्वास्थ्य सेवा उपलब्ध कराने में समस्या उत्पन्न होती है। इस स्वास्थ्य केंद्र पर इलाके की एक बड़ी आबादी को स्वास्थ्य सेवा उपलब्ध कराने की जिम्मेदारी है लेकिन संसाधनों,चिकित्सकों और स्वास्थ्य कर्मियों की कमी के कारण यह अपनी जिम्मेदारी को बेहतर तरीके से पूरा नहीं कर पा रहा है। स्वास्थ्य केंद्र में एक एंबुलेंस की व्यवस्था है। इसके कारण कभी-कभी इमरजेंसी की स्थिति में मरीजों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ता है। कारण यह है कि उस एंबुलेंस का उपयोग रामाश्रय प्रसाद ¨सह सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र शकुराबाद में भी किया जाता है। यह एंबुलेंस कभी भी खराब हो सकता है। संसाधनों की घोर कमी के बावजूद भी इस स्वास्थ्य केंद्र में मरीजों का तांता लगा रहता है। एक माह के अंदर तकरीबन 75 महिलाओं का बंध्याकरण और बड़ी संख्या में प्रसव भी कराया जाता है। साथ ही अन्य बीमारियों का इलाज एवं इमरजेंसी सेवा भी यहां प्रदान किया जाता रहा है।
सुनें स्थानीय लोगों की
स्वास्थ्य केंद्र में संसाधनों की घोर कमी है जिससे काफी परेशानी होती है। खासकर इसका एंबुलेंस पूरी तरह खटारा हो चुका है। जिसके भरोसे मरीजों को दूसरे स्वास्थ्य केंद्रों पर भेजना हमेशा खतरनाक बना रहता है। हमलोग यहां कई बार स्वास्थ्य लाभ जरूर लेते रहे हैं। लेकिन जो व्यवस्था उपलब्ध होनी चाहिए वह नहीं दिखता है।
रजनीश कुमार सुनें प्रभारी की
स्वास्थ्य केंद्र में चिकित्सक एवं स्टॉफ की कमी बड़ी समस्या है। साथ ही कमरे के अभाव भी परेशानी का कारण बना रहता है। यहां कोई मी¨टग हॉल नहीं है। ऐसे में चिकित्सकों एवं अन्य स्वास्थ्य कर्मियों के साथ बैठकर बातचीत करना भी संभव नहीं होता है। कभी-कभी तो बाहर से भी टीम आती है जो चिकित्सकों एवं स्वास्थ्य कर्मियों के साथ गुणवतापूर्ण स्वास्थ्य सेवा के उद्देश्य से बैठक करना चाहते हैं लेकिन मी¨टग हॉल नहीं रहने के कारण समस्या होती है। हालाकि विभाग को सभी समस्याओं से अवगत करा दिया गया है।
डॉ शंभु कुमार शशि