पीठ पर गठरी, माथे पर पगड़ी, चेहरे पर मास्क नदारद
जहानाबाद । होली मनाने के लिए लोग गांव का रूख करने लगे हैं।
जहानाबाद । होली मनाने के लिए लोग गांव का रूख करने लगे हैं। बस पड़ाव पर घर लौटने वालों की भीड़ हो रही है। पीठ पर गठरी और माथे पर पगड़ी लेकिन कोरोना से बचाव के लिए मास्क नहीं जरूरी। कुछ यही नजारा जहानाबाद बस पड़ाव में देखने को मिला। जिला मुख्यालय से ग्रामीण इलाकों की ओर जाने वाली बसें खचाखच भरी रह रही है। इसी बीच कोरोना संक्रमण की दूसरी लहर को लेकर जिला प्रशासन द्वारा जारी निर्देश का पालन करने वाले नहीं दिख रहे हैं। किया जा चुका है। प्रशासन के लोग जगह-जगह पर मास्क जांच अभियान का भी संचालन कर रहे हैं। लेकिन बस स्टैंड जैसे महत्वपूर्ण स्थान जहां से संभावित संक्रमण का प्रसार हो सकता है,वहां सजगता के नाम पर कुछ भी नहीं दिख रहा है। लोग बिना मास्क के हीं सफर करने के साथ-साथ बस स्टैंड में चहलकदमी भी करते दिख रहे हैं। जिला मुख्यालय के मुख्य बस स्टैंड से अरवल, नालंदा, गया तथा पटना के साथ-साथ झारखंड के लिए भी बसें खुलती है। जब यहां संक्रमण को लेकर सजगता का अवलोकन किया गया तो स्थिति देखकर कहीं से भी यह नहीं कहा जा सकता है कि कोरोना की दूसरी लहर के प्रति कोई एहतियात बरती जा रही है। बस स्टॉप से लेकर यात्री तक बिना मास्क के हीं नजर आ रहें हैं। बस के कंडक्टर एवं एजेंट अपने साथ गमछा जरूर रखे हुए हैं। लेकिन इसका उपयोग कोरोना से बचाव के लिए नहीं बल्कि माथे की पगड़ी के रूप में किया जा रहा है। यात्री अपने सामानों के साथ बस स्टैंड में प्रवेश करते समय इस सार्वजनिक स्थान पर मास्क का उपयोग पूरी तरह भूल जा रहे हैं। अरवल जाने वाली बस पर चढ़ने की तैयारी कर रहे इमामगंज निवासी भोला साव अपने सामानों की सुरक्षा को लेकर काफी सतर्क थे। लेकिन कोरोना वायरस से बचाव की सतर्कता का ख्याल उनके द्वारा नहीं रखा जा रहा था।मास्क के उपयोग के सवाल पर उनका कहना था कि ऐसे ही काफी गर्मी है, मास्क लगाने पर और भी परेशानी होगी। हुलासगंज की ओर जाने वाली बस पर बैठने की तैयारी कर रहे वृद्ध हरेराम के चेहरे पर मास्क नहीं थे। उनका कहना था कि हम लोग मेहनतकश किसान हैं ,दिन भर धूप गर्मी में रहते हैं कोरोना सट नहीं सकता है। हांलाकि इस अटपटे जवाब के बाद उनका यह भी कहना था कि आज कल में कोरोना का टीका भी लगवा लूंगा। बस से स्टैंड में उतरे युवक नंदकिशोर पटना में रहकर मेडिकल की तैयारी करते हैं। होली को लेकर कोचिग बंद होने पर अपने घर घोसी जा रहे हैं। भविष्य में डॉक्टर बनने की चाहत है, लेकिन संक्रमण से बचाव को लेकर मास्क का उपयोग करना लाजमी नहीं समझ रहे हैं । हालांकि जिला अधिकारी ने तीन दिन पहले हीं एक बस को मास्क के उपयोग नहीं करने को लेकर जप्त किया था।लेकिन इसके बावजूद भी बस कर्मी तथा यात्री सजग नहीं हो रहे हैं।