कोल्ड-डे से राहत नहीं, आज भी सताएगी सर्द हवा
जहानाबाद। जहानाबाद और अरवल जिला मुख्यालय सहित आसपास के इलाका मंगलवार को भी कोल्ड-डे के चपेट में रहेगा।
जहानाबाद। जहानाबाद और अरवल जिला मुख्यालय सहित आसपास के इलाका मंगलवार को भी कोल्ड-डे के चपेट में रहेगा। सर्द पछुआ हवा के कारण कनकनी की अहसास किया जाएगा। मौसम विभाग द्वारा जारी पूर्वानुमान के अनुसार मंगलवार को अधिकतम तापमान सामान्य से छह डिग्री सेल्सियस तक नीचे रहने की संभावना है। मौसम विभाग ने राज्य के आपदा प्रबंधन विभाग को कड़ाके की ठंड से अलर्ट किया है। जहानाबाद और अरवल का मैदानी क्षेत्र में सोमवार को हवा में नमी का स्तर 98 फीसद रिकार्ड किया गया। अधिकतम तापमान सामान्य से पांच डिग्री सेल्सियस नीचे रिकार्ड किया गया। सामान्य अधिकतम तापमान 22 डिग्री होना चाहिए थे लेकिन 17 डिग्री सेल्सियस रहा। मैदानी क्षेत्र में धुंध छाया रहा। एनएच पर वाहनों की रफ्तार थम गई। शाम ढलते ही हाट-बाजार में दुकानें बंद हो गई। नागरिक भी घर में दुबके रहे।
उफ ये सर्दी कब कम होगी। घर से बाहर निकलने वाले लोगों के मूंह से अनायास यह जुबान से निकल जा रहा है। कंबल और रजाई से बाहर निकलते ही दांत कटकटाने लग रहा है। हाथ पैर में जकड़न सी महसूस हो रही है। ऐसे में दैनिक जीवन से जुड़े कार्यों को भी करना जरुरी है। बीते पांच दिनों से जिले में ठंड कहर बरपा रहा है। सोमवार को सूर्य देवता पल भर के लिए भी दर्शन नहीं दिए। सुबह से घने कोहरे से ढके आसमान यह संकेत दे चुका था कि पूरे दिन ठंड शीतम ढाहेगी। दोपहर में भी ठंड में कोई कमी नहीं हुई हालांकि कोहरे का धुंध कुछ जरुर कम हुआ लेकिन पछुआ हवा के साथ शीतलहर की बूंदे टपकती रही।
बुजुर्गों के लिए यह ठंड तो इस कदर खतरनाक साबित हो रहा है कि पूरे दिन वे लोग घरों में ही दुबके रह रहे हैं। ठंड के कारण लोगों की दिनचर्या भी बदल गई है। पहले सुबह मार्निंग वाक्य के शौकीन लोग अब दस बजे के बाद ही दिन की शुरुआत मानकर घर से बाहर निकल रहे हैं। जानकार बताते हैं कि इस तरह की सर्दी मकर संक्रांति के पहले पड़ती थी। दही चुड़ा भोज के साथ सर्दी में कमी आ जाता था। लेकिन इस बार ठिक विपरीत सर्दी अभी भी बढ़ रही है।
अलाव बना दुकानदारों का सहारा
ठंड के कारण ग्राहक भी देर से खरीददारी को पहुंच रहे हैं।ऐसे में दुकानदार दुकान खोलने की अवधि बढ़ा चुके हैं। लेकिन पूरे दिन इस सर्दी में दुकान में बैठना कष्टदायक बना हुआ है। सर्दी के शीतम से बचने के लिए दुकान के बाहर अलाव की व्यवस्था लोग कर रखे हैं। एक साथ कई दुकानदार अलाव का सहारा लेते दिखते हैं। जब कोई ग्राहक आते हैं तो कुछ देर के लिए दुकान जाते हैं और फिर अलाव की आगोश में ही आ जा रहे हैं। हालांकि यह अलाव दुकानदारों द्वारा अपने स्तर से इंतजाम किया जा रहा है।
-- दैनिक मजदूरी पर आफत --
ग्रामीण इलाकों से बड़ी संख्या में लोग प्रतिदिन काम की तलाश में जिला मुख्यालय में आते हैं। उन मजदूरों का जमावड़ा चौक-चौराहों पर लगता है। गर्म कपड़े का अभाव भी मजदूरों के पास होता है।ऐसे में यह सर्दी उनलोगों के लिए कोई बड़ा शीतम से कम नहीं है। हालांकि रोजी रोटी का मामला है। यदि काम नहीं मिलेगा तो घर का चूल्हा भी नहीं जलेगा।इधर ठंड से यदि डर जाएं तो फिर घर के लोगों को भूखे रहना पड़ेगा। टेहटा आए से मजदूर रामबालक चौधरी, काको के रूपेश कुमार, रतनी के राजमनी मांझी आदि लोगों ने बताया कि हमलोग प्रत्येक दिन कमाने खाने वाले हैं। सर्दी में कष्ट तो हो रहा है लेकिन इसके अलावा और कर ही क्या सकते हैं।
-- फेरी वालों की का धंधा प्रभावित --
बढ़ती सर्दी ने फेरी वालों की रोजी रेाटी पर भी प्रहार किया है। माथे पर भारी भरकम सामान लेकर घर-घर बेचना इस ठंड में संभव नहीं हो रहा है। ऐसे में इधर कुछ दिनों से इक्के दुक्के फेरी वाले ही गलियों में आवाज देते नजर आ रहे हैं। साईंकिल पर कपड़ा बेचने वाला रामपुकार ने बताया कि पहले माथे पर कपड़े की गठरी रखकर निकल जाते थे। लेकिन इस सर्दी में पड़ोस से साइकिल मांगना पड़ा है। इसके सहारे घर-घर जाकर कुछ बेच ले रहे हैं।
-नगर क्षेत्र में तीन जगह अलाव --
शाम में जलता नगर परिषद का अलाव
बढ़ती ठंड में नगर परिषद का अलाव शाम चौक-चौरहों पर गर्माहट जरुर देती है लेकिन इसकी गर्मी कुछ घंटे तक रहती है। हालांकि इस सर्दी में रात आठ बजते ही सड़कें सुनी पड़ जा रही है। नगर परिषद के कार्यपालक पदाधिकरी मुकेश कुमार ने बताया कि संध्या पांच बजे हर चौक-चौराहों पर अलाव जलाया जा रहा है।