होली में कोरे रह गए थे कोर्रा के लोग
जहानाबाद। दुमका कोषागार से निकासी मामले में पूर्व सांसद डॉ.जगदीश शर्मा की रिहाई की खबर सुनते ही खुशी का माहौल उत्पन्न हो गया।
जहानाबाद। दुमका कोषागार से निकासी मामले में पूर्व सांसद डॉ.जगदीश शर्मा की रिहाई की खबर आते ही सोमवार को उनके पैतृक गांव में जश्न का माहौल कायम हो गया। पूर्व सांसद के पैतृक गांव कोर्रा में सांसद के जेल में रहने के कारण मायूस ग्रामीणों ने होली का त्योहार नहीं मनाया था। सोमवार को ज्योंहि एक मामले में उनकी रिहाई की खबर ग्रामीणों तक पहुंची वे लोग एकत्रित होकर एक दूसरे को रंग गुलाल लगा जश्न का इजहार किया। इतना ही नहीं महिलाओं ने भी ढोल झाल की थाप पर खुशी का इजहार करते हुए होली की कसर को पूरी की। बताते चलें कि अन्य मामले में रिहाई को लेकर भी ग्रामीणों ने सुंदरकांड का पाठ किया। इतना ही नहीं महिलाओं द्वारा भी भगवान शिव की पूजा अर्चना किए जाने के साथ ही कीर्तन का आयोजन किया गया। चाहे पुरूष हो या महिला होली के बजाय वे लोग आज ही होली खेल रहे थे। एक दूसरे को रंग अबीर भी लगा रहे थे। शिव मंदिर पर सुंदरकांड के दौरान न सिर्फ उस गांव के बल्कि आसपास के लोगों का भी आना जाना हो रहा था। बताते चलें कि गांव के साथ-साथ पूरे जहानाबाद लोकसभा क्षेत्र में इनके इस रिहाई की खबर से समर्थकों में खुशी व्याप्त हो गई है। इनके साथ महिलाएं भी शिवालय में कीर्तन कर भगवान से इनकी रिहाई की कामना कर रही थी। ग्रामीण अजय शर्मा, झून्नु शर्मा, कौशलेंद्र चंद्र नाहर, गगन शर्मा, टूनटून शर्मा, सुबोध शर्मा, सुदामा शर्मा, जितेंद्र शर्मा, बनवारी शर्मा आदि लोगों ने बताया कि डॉ शर्मा इस गांव के लिए ही नहीं बल्कि पूरे इलाके के लिए किसी रहनुमा से कम नहीं हैं। होली के त्योहार में वे घर-घर जाकर लोगों से मिलजुलकर बधाई देते थे। इस बार उनके बिना होली का त्योहार काफी सुना लग रहा था। परिणामस्वरूप हमलोगों ने रंग गुलाल भी नहीं लगाए थे। लोगों का कहना था कि जिस तरह से वे ग्रामीणों के दुख दर्दों में बढ़ चढ़कर हिस्सा लेते थे उससे उनके जेल में रहने का मलाल पूरे गांव के लोगों को है। ज्योंहि एक मामले में रिहाई की खबर हमलोगों को मिली काफी खुशी हुई। उनलोगों ने कहा कि उनलोगों को न्यायालय पर पूरा विश्वास है। उनलोगों को भरोसा है कि वे सभी मामलों में बरी होंगे।