पेंशन को ले कार्यालय का चक्कर लगाने को मजबूर हैं लाभुक
सरकार द्वारा गरीब एवं असहाय लोगों को दी जाने वाली पेंशन लंबे समय से नहीं मिली है। इसे लेकर
सरकार द्वारा गरीब एवं असहाय लोगों को दी जाने वाली पेंशन लंबे समय से नहीं मिली है। इसे लेकर लाभुक बैंक एवं प्रखंड मुख्यालय का चक्कर लगाने को मजबूर है। पेंशनधारियों को पैसा नहीं मिलने के कारण काफी उन्हें परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। ठंड के मौसम में पेंशनधारियों की समस्या इस कदर बढ़ गई है कि ठंड से निजात के लिए वे चादर ,कंवल भी नहीं खरीद पा रहे हैं। सरकार द्वारा लाभुकों को दी जाने वाली सहायता राशि पिछले दो सालों से नहीं मिल पाई है। पेंशनधारियों की स्थिति इतनी खराब हो गई है कि कभी बैंक कभी प्रखंड मुख्यालय का दौड़ लगाते रहते हैं। पेंशन को लेकर पेंशनधारियों में सरकार के प्रति आक्रोश व्याप्त है। मुखिया संघ के जिलाध्यक्ष अभिषेक रंजन ने बताया की संघ इसे लेकर धरना प्रदर्शन कर जिलाधिकारी को सभी स्थितियों से अवगत कर दिया है। समस्या का निदान नहीं होने पर आंदोलन और तेज किया जाएगा। खटांगी पंचायत के मुखिया सुखदेव दास ने कहा कि सरकार गरीब बेसहारा तथा विकलांग विधवा के साथ दो रंग की नीति अपना रही है।एक ओर सरकार ने विधवा, विकलांग तथा वृद्धा असहाय लोगों को अच्छे जीवन गुजारने के लिए पेंशन राशि देकर प्रोत्साहित किया गया था। लेकिन आज बीते कई वर्षों से पेंशन धारियों को पेंशन नहीं मिलने से लोग भूखमरी के कगार पर पहुंच गए हैं। मुखिया ने जिला प्रशासन से शीघ्र ही पेंशनधारी के खाते में राशि आवंटित करने की मांग की है। उन्होंने कहा कि सरकार गरीबों के मुंह का निवाला छीन लिया है। आज पेंशन की राशि के लिए पेंशन धारी प्रखंड से लेकर जिला मुख्यालय तक गुहार लगा रहे हैं, लेकिन पेंशन के राशि आज तक नही मिली। मुखिया ने कहा कि इस कड़ाके की ठंड में गर्म कपड़े तथा चादर के लिए गरीब लोगो को पेंशन नहीं मिलने से काफी मजबूरी है। वहीं दर्जनों ऐसे लोग हैं जो पेंशन के सहारे दवा तथा खाना के लिए आश्रित है। वही पेंशनधारियों में सरकार के प्रति आक्रोश व्याप्त है। इस मामले में बैंक के अधिकारी से पूछे जाने पर बताया कि पेंशनधारी के खाते में पैसा आते ही भेज दिया जाएगा। वहीं बैंक में बराबर पेंशनधारियों का जमावड़ा लगा रहता है। पेंशन को लेकर बैंक कर्मी तथा पेंशन धारियों के बीच बराबर तकरार की स्थिति उत्पन्न हो रही है। कहीं से भी कोई संतोषजनक जवाब नहीं मिल पा रहा है। स्थानीय जनप्रतिनिधि भी प्रखंड मुख्यालय में पेंशनधारियों की बात करते हैं तो प्रखंड विकास पदाधिकारी के द्वारा सीधे खाते में स्थानांतरित होने की बात कही जाती है। बहरहाल सरकार के द्वारा खाते में आधार कार्ड जुड़ने एवं प्रखंड मुख्यालय में पासबुक एवं आधार कार्ड की छायाप्रति जमा करने की बात कही जाती है। परंतु पेंशनधारियों ने बताया कि जिनका आधार एवं बैंक पासबुक की छायाप्रति प्रखंड मुख्यालय में जमा करा दिया गया है उनका भी भुगतान लंबित है जनप्रतिनिधियों ने जिला प्रशासन से शीघ्र पेंशन भुगतान कराने की मांग की है।