दियारा में प्रारंभ हुई सब्जी की खेती, आएगी खुशहाली
हर साल बाढ़ से तबाह होने वाले गंडक नदी के दियारा इलाके के किसानों को एक और नगदी फसल मिल गई है।
गोपालगंज। हर साल बाढ़ से तबाह होने वाले गंडक नदी के दियारा इलाके के किसानों को एक और नगदी फसल मिल गई है। अब तक गन्ना की खेती से होने वाली आय से अपनी घर गृहस्थी चला रहे दियारा के लोगों के घरों में अब सब्जी की खेती खुशहाली लाएगी। दियारा विकास योजना के तहत इस इलाके में सब्जी की खेती को बढ़ावा दिए जाने की कवायद के बाद सब्जी की खेती प्रारंभ कर दी गई है। इसके लिए पहले चरण में गोभी, बैंगन, लौकी आदि की खेती प्रारंभ की गई है। अलावा इसके दियारा के 50 एकड़ में मटर की भी खेती की गई है। किसान इसकी खेती कर सके, इसके लिए उन्हें अनुदानित दर पर बीज भी उपलब्ध कराया गया है। सब्जी की खेती के प्रति किसानों की दिलचस्पी को देखते हुए कृषि विभाग सब्जी की खेती के रकबा को और बढ़ाने की तैयारी में है।
गंडक नदी के दियारा के इलाके में बसे ग्रामीणों के जीविका का साधन पशुपालन और गन्ना की खेती ही रहा है। इस इलाके में बड़े पैमाने पर पशुपालन के साथ ही व्यापक पैमाने पर गन्ना की खेती दशकों से होती रही है। गर्मी के मौसम में तरबूज भी यहां के लोगों के आय का साधन रही है। लेकिन हर साल गंडक के कटाव और बाढ़ से यहां के लोगों को काफी क्षति भी उठानी पड़ती है। लेकिन इस नुकसान के बीच अब इस इलाके के किसानों को अपनी आय बढ़ाने का एक और साधन मिल गया है। दियारा विकास योजना के तहत इस इलाके में सब्जी की खेती की पहल प्रारंभ की गई। पहले चरण में इस इलाके में गोभी, बैंगन, लौकी तथा हरी मटर की खेती की गई है। अगले चरण में यहां ¨भडी, परवल तथा नेनुआ की खेती होगी। जिला कृषि पदाधिकारी सुरेश प्रसाद ने बताया कि दियारा विकास योजना के तहत पहले चरण में चार-चार सौ एकड़ में खेती कराने का लक्ष्य निर्धारित किया गया है। इसके साथ ही 50 एकड़ में मटर की खेती का भी लक्ष्य निर्धारित किया गया है। दियारा इलाके के किसान सब्जी की उन्नत तरीके से खेती कर सकें, इसके लिए इन्हें उन्नत किस्म के बीज उपलब्ध कराने के साथ ही किसानों को प्रशिक्षण भी दिया गया है। ऐसे में अब कुछ ही समय की बात है, जब दियारा इलाके में सब्जी की फसलें लहलहाने लगेंगी और दियारा में पैदा की गई सब्जियां लोगों की थाली में भी परोसी जाएंगी।