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फाइलों में रह गई नगर परिषद की सिटी सेंटर खोलने की योजना

जागरण संवाददातागोपालगंज यह योजना सिरे चढ़ गई होती तो बिजली मिस्त्री या प्लंबर को खोजने के

By JagranEdited By: Published: Fri, 12 Nov 2021 11:26 PM (IST)Updated: Fri, 12 Nov 2021 11:26 PM (IST)
फाइलों में रह गई नगर परिषद की सिटी सेंटर खोलने की योजना

जागरण संवाददाता,गोपालगंज : यह योजना सिरे चढ़ गई होती तो बिजली मिस्त्री या प्लंबर को खोजने के लिए शहर के लोगों को भागदौड़ नहीं करनी पड़ती। मकान में कुछ काम करने या घर का कोई अन्य काम कराने के लिए लोगों को परेशान नहीं होना पड़ता। बस, एक काल करने पर लोगों के घर पर बिजली मिस्त्री से लेकर प्लंबर हाजिर हो जाते, लेकिन नगर परिषद की सीटी सेंटर खोलने की योजना तीन साल बीतने के बाद भी धरातल पर नहीं उतर सकी। यह योजना नगर परिषद की फाइलों में ही दबी रह गई।

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शहरी इलाके में घर में बिजली की खराबी या अन्य घरेलू कार्य के लिए लोगों को काफी परेशानी उठानी पड़ती है। बिजली या अन्य घरेलू कार्य के लिए लोगों को उससे संबंधित मिस्त्री के लिए इधर उधर भटकना पड़ता है। अगर मिस्त्री मिल भी गया तो मनमाना शुल्क लिया जाता है, जिसे देखते हुए साल 2018 में नगर परिषद ने शहरी क्षेत्र में घरेलू कार्य कराने के लिए लोगों को हो रही समस्याओं को दूर करने की पहल की थी। इस पहल के तहत नगर परिषद ने शहर के राजेंद्र बस स्टैंड परिसर में स्थित अपने पुराने भवन का जीर्णोद्धार कर वहां सिटी सेंटर खोले की योजना बनाई। इस सीसी सेंटर में काल सेंटर भी खोला जाना था। इस काल सेंटर का टाल फ्री नंबर जारी किया जाता। इस योजना के तहत सीसी सेंटर माध्यम से बिजली मिस्त्री से लेकर प्लंबर की सुविधा उपलब्ध कराई जानी थी। काल सेंटर में फोन करने के दो से चार घंटे के अंदर बिजली मिस्त्री, प्लंबर, राजमिस्त्री, मैकेनिक से लेकर अन्य घरेलू कार्य करने वाले लोग काल करने वाले के घर पहुंच जाते। लोग मिस्त्री या प्लंबर से काम करने के बाद नगर परिषद से निर्धारत शुल्क का भुगतान कर देते। लोगों को अपने घर में आवश्यक काम कराने के लिए मिस्त्री प्लंबर को खोजने के लिए इधर उधर नहीं जाना पड़ता, लेकिन यह योजना अब तक सिरे नहीं चढ़ सकी है। तीन साल बीतने के बाद भी नगर परिषद सीटी सेंटर खोलने की योजना को धरातल पर नहीं उतार सका। यह योजना नगर परिषद के फाइलों में ही दबी रह गई। इस संबंध में पूछे जाने पर नगर परिषद के मुख्य पार्षद हरेंद्र कुमार चौधरी ने कहा कि सीटी सेंटर से प्लंबर, मिस्त्री तथा अन्य कारीगारों को जोड़ना था। इसको लेकर काफी प्रयास भी किया गया, लेकिन मिस्त्री प्लंबर आदि ने इसमें रुचि नहीं लिया, जिसके कारण यह योजना आगे नहीं बढ़ सकी। उन्होंने बताया कि सीटी सेंटर खोलने की योजना को धरातल पर उतारने के लिए नए सिरे से प्रयास किया जा रहा है।


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