प्रत्याशी के चुनाव खर्चे पर नजर रखेगा व्यय कोषांग
गोपालगंज। लोकसभा चुनाव के दौरान सभी प्रत्याशियों के जनसंपर्क अभियान से लेकर चुनाव कार्यालय की व्यवस्था पर कड़ी नजर व्यय कोषांग रखेगा।
गोपालगंज। लोकसभा चुनाव के दौरान सभी प्रत्याशियों के जनसंपर्क अभियान से लेकर चुनाव कार्यालय की व्यवस्था पर कड़ी नजर व्यय कोषांग रखेगा। कोषांग प्रत्येक प्रत्याशी के कार्यक्रम पर नजर रखने के लिए ठोस कदम उठाने को स्वतंत्र होगा। कार्यक्रमों पर नजर रखने के लिए व्यय कोषांग ने बकायदा टीम बनाने का कार्य शुरु कर दिया है। यह टीम प्रत्याशियों के साथ उनके जुलूस से लेकर जनसंपर्क कार्यक्रम तक के खर्च पर नजर रखेगी। नुक्कड़ सभाओं की वीडियोग्राफी से लेकर कार्यकर्ताओं को चाय-नाश्ता देने तक का हिसाब- किताब जुटाया जाएगा। प्रत्याशियों के खर्च पर लगाम लगाने के लिए चुनाव आयोग ने कई बिदुओं पर दिशा-निर्देश जारी किया है। इसके तहत प्रत्याशियों व उनके समर्थकों द्वारा प्रयोग में लाए जा रहे वाहन से लेकर लाउडस्पीकर तक के इस्तेमाल की ओर कोषांग में तैनात कर्मियों की नजर रहेगी। यह टीम इस बात का भी ध्यान देगी कि पार्टी के चुनाव कार्यालयों की गतिविधि क्या है। यहां कितनी कुर्सियां लगाई गई हैं और यहां रहने वालों को भोजन कैसा दिया जा रहा है। साथ ही प्रत्याशी अपने चुनाव खर्च के ब्यौरा में इस खर्च को अंकित कर रहे हैं या नहीं। प्रत्याशियों के चुनाव खर्च की समीक्षा के लिए बकायदा व्यय प्रेक्षक की मौजूदगी में प्रत्येक चार दिन पर समीक्षा भी की जाएगी। समीक्षा का कार्य नामांकन प्रक्रिया समाप्त होने के साथ ही शुरु कर दिया जाएगा। अंतिम समीक्षा मतदान के दूसरे दिन की जाएगी। व्यय कोषांग के नोडल पदाधिकारी ने बताया कि प्रत्याशियों के चुनाव खर्चे के साथ ही उनके चुनाव कार्यालय स्थल पर भी नजर रखी जाएगी। उन्होंने बताया कि कोई भी चुनाव कार्यालय मतदान केंद्र के दो सौ गज की परिधि में नहीं खोले जा सकेंगे।