41 निजी क्लीनिक पर भी टीबी मरीजों के इलाज की सुविधा
अब टीबी रोग से ग्रसित मरीज निजी क्लीनिक में भी अपना इलाज करा सकेंगे। इसके लिए स्वास्थ्य विभाग ने जिले के 41 निजी डॉक्टरों के क्लीनिक का चयन किया है।
गोपालगंज। अब टीबी रोग से ग्रसित मरीज निजी क्लीनिक में भी अपना इलाज करा सकेंगे। इसके लिए स्वास्थ्य विभाग ने जिले के 41 निजी डॉक्टरों के क्लीनिक का चयन किया है। इन चयनित निजी क्लीनिक मे टीबी मरीजों को इलाज के लिए कोई फीस नहीं देना होगा। इनका इलाज निश्शुल्क किया जाएगा। इसके साथ ही दवा भी निश्शुल्क दी जाएगी। चयनित निजी क्लीनिक के पास ही दवा की पर टीबी मरीजों के लिए सभी प्रकार की दवा उपलब्ध रहेगी। स्वास्थ्य विभाग इन दुकानों को दवा उपलब्ध कराएगा। सरकारी अस्पतालों की ही तरफ चयनित निजी क्लीनिक में इलाज कराने वाले टीबी के मरीजों को भी सरकार से मिलने वाली प्रति माह पांच सौ रुपया प्रोत्साहन राशि भी मिलेगा। इस योजना के तहत चयनित निजी क्लीनिक के चिकित्सक को प्रत्येक टीबी मरीज को इलाज करने पर एक हजार रुपया मिलेगा। हालांकि इसके लिए चयनित निजी क्लीनिक के डॉक्टर को अपने यहां रजिस्ट्रेशन कराने वाले संबंधित टीबी मरीज की सूचना विभाग जिला यक्ष्मा विभाग को देनी होगी। इस संबंध में सिविल सर्जन डॉ.एके चौधरी ने बताया कि सरकारी अस्पतालों के साथ ही अब टीबी के मरीजों को निजी क्लीनिक पर भी इलाज कराने की सुविधा मिल गई है। टीबी मरीज अब चयनित निजी क्लीनिक में भी अपना इलाज करा सकते हैं। इसके लिए जिले में 41 निजी क्लीनिक को चयनित किया गया है। चयनित निजी क्लीनिक पर इलाज कराने वाले टीबी मरीजों को सरकारी अस्पतालों में इलाज करने पर मिलने वाली सभी सुविधाएं मिलेंगी। चयनित निजी क्लीनिक में टीबी मरीजों का निश्शुक्ल इलाज करने के साथ ही उन्हें निश्शुल्क दवाएं भी मिलेंगी। इसके लिए चयनित निजी क्लीनिक के पास दवा दुकान को स्वास्थ्य विभाग दवा उपलब्ध कराएगा। सीएस ने बताया कि अब सदर अस्पताल में टीबी मरीजों को भर्ती करने के लिए यक्ष्मा वार्ड भी खुल गया है। जिले में 1501 टीबी मरीज चिन्हित किए गए हैं। इन मरीजों को निश्शुल्क इलाज व दवा देने के साथ ही इन्हें प्रति महीना प्रोत्साहन राशि के रूप में पांच सौ रुपया दिया जा रहा है।