Move to Jagran APP

गर्मी की आहट के साथ बढ़ा मच्छरों का प्रकोप

रात तो रात अब तो दिन में भी परेशान कर रहे मच्छरों से निजात पाने के लिए अगर आप विभागीय पहल की उम्मीद पाले हों तो उसे अब भूल जाइए।

By JagranEdited By: Published: Fri, 22 Feb 2019 04:55 PM (IST)Updated: Fri, 22 Feb 2019 04:55 PM (IST)
गर्मी की आहट के साथ बढ़ा मच्छरों का प्रकोप

गोपालगंज : रात तो रात अब तो दिन में भी परेशान कर रहे मच्छरों से निजात पाने के लिए अगर आप विभागीय पहल की उम्मीद पाले हों तो उसे अब भूल जाइए। मलेरिया और कालाजार जैसी बीमारियों पर नियंत्रण के नाम पर ही सही, मच्छर मारने का विभागीय प्रयास छिड़काव कर्मियों के प्रशिक्षण तक ही सिमट कर रह गया। ऐसे में मच्छर से इस बार जंग लोगों को खुद अपने दम पर ही लड़नी होगी।

loksabha election banner

जिले में मलेरिया व कालाजार जैसी बीमारियों से रोकथाम के लिए विभागीय स्तर पर प्रत्येक साल फरवरी और मार्च एवं मई व जून माह में डीडीटी का छिड़काव कराया जाता था। लेकिन इस साल डीडीटी का छिड़काव फरवरी माह में अब तक प्रारंभ नहीं हो सका है। ऐसा तब है जबकि जिला स्वास्थ विभाग सभी प्रखंडों के छिड़काव कर्मियों को डीडीटी छिड़काव के लिए प्रशिक्षित करने का अभियान चला चुका है। 300 से अधिक मलेरिया रोगियों की संख्या

गोपालगंज : वर्तमान समय में मच्छरों के आतंक के कारण मलेरिया से पीड़ित मरीजों की संख्या बढ़ गई है। सरकारी अस्पताल से लेकर जिला मुख्यालय स्थित कई निजी क्लिनिक में 300 से अधिक मलेरिया से पीड़ित मरीजों का इलाज चल रहा है। इन मरीजों की संख्या में कोई भी कमी आती नहीं दिख रही है। इसका सबसे बड़ा कारण गर्मी की आहट के साथ ही पूरे जिले में मच्छरों का प्रकोप अचानक बढ़ना है। अभी भी हैं कालाजार के मरीज

जिले में कालाजार के रोगियों की संख्या में कमी नहीं है। प्रत्येक वर्ष की तरह इस वर्ष भी कालाजार से पीड़ित रोगियों की संख्या सामने आयी है। बावजूद इसके विभागीय स्तर पर कालाजार के रोकथाम के दिशा में समूचित प्रयास नहीं किया गया। छिड़काव नहीं प्रचार प्रसार में लगा विभाग

मच्छर जनित बीमारियों के फैलने की आशंका को देखते हुए जिला मलेरिया विभाग छिड़काव की व्यवस्था करने के बजाय प्रचार प्रसार कर मच्छरों से बचाव के उपाय करने पर बल दे रहा है। विभाग की मानें तो मच्छरों से बचाव ही इसका सर्वोत्तम उपाय है। चिकित्सक इस बीमारी से बचाव के लिए घर के आसपास के इलाकों में जल जमाव वाले क्षेत्र में जमे पानी में मिट्टी का तेल डालने के साथ ही सोते समय मच्छरदानी जरूर लगाने की सलाह देते हैं। चिकित्सक बताते हैं कि मलेरिया व कालाजार मच्छरों के काटने से ही बढ़ता है।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.