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नौवें दिन भी नहीं उठा कचरा, नरक बना शहर

अतिक्रमण हटाने पहुंचे नगर परिषद के कर्मियों के साथ हुई मारपीट की घटना के बाद कर्मियों की हड़ताल अब आम लोगों पर भारी पड़ने लगी है। नौ दिन की लंबी अवधि बीतने के बाद भी प्रशासनिक स्तर पर कचरा को उठाने का कोई भी प्रबंध नहीं किया जा सका है।

By JagranEdited By: Published: Sun, 23 Sep 2018 09:03 PM (IST)Updated: Sun, 23 Sep 2018 09:03 PM (IST)
नौवें दिन भी नहीं उठा कचरा, नरक बना शहर
नौवें दिन भी नहीं उठा कचरा, नरक बना शहर

गोपालगंज : अतिक्रमण हटाने पहुंचे नगर परिषद के कर्मियों के साथ हुई मारपीट की घटना के बाद कर्मियों की हड़ताल अब आम लोगों पर भारी पड़ने लगी है। नौ दिन की लंबी अवधि बीतने के बाद भी प्रशासनिक स्तर पर कचरा को उठाने का कोई भी प्रबंध नहीं किया जा सका है। ऐसे में आम लोगों की मुश्किलें बढ़ गई है। सड़क पर जमा कचरे के ढेर से अब दुर्गध उठने लगी है। ऐसे में शहरी इलाके में बीमारी फैलने की आशंका भी बढ़ने लगी है। लेकिन इस समस्या से निजात दिलाने की दिशा में अबतक का प्रयास कारगर नहीं दिख रहा है।

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गत चौदह सितंबर को वरीय अधिकारियों के आदेश के बाद शहरी इलाके की सड़क को अतिक्रमण मुक्त बनाने के लिए अभियान चलाया गया था। इसी अभियान के दौरान नगर परिषद कर्मियों के साथ मारपीट कर घटना हुई। घटना के तत्काल बाद नगर थाने में प्राथमिकी दर्ज कर ली गई। लेकिन घटना को अंजाम देने वालों की गिरफ्तारी अगले दिन तक नहीं होने के कारण नगर परिषद के कर्मी अनिश्चित कालीन हड़ताल पर चले गए। नौ दिन की लंबी अवधि बीतने के बाद भी नगर परिषद के कर्मियों की हड़ताल समाप्त नहीं हो सकी है। ऐसे में पूरा जिला मुख्यालय कचरे के ढेर पर आ गया है। शहर की सभी सड़कों पर कचरा लगा हुआ है। जिससे उठ रही बदबू लोगों को परेशान कर रही है। आलम यह कि कई सरकारी कार्यालयों के आगे भी कचरा जमा है। लेकिन किसी भी वरीय अधिकारी के स्तर पर कचरा को उठाए जाने के लिए कोई भी अंतरिम प्रयास की पहल नहीं की गई है। जिससे समस्या दिन प्रतिदिन बढ़ती जा रही है। इनसेट

अंतरिम व्यवस्था में प्रशासन नाकाम

गोपालगंज : वर्तमान समय में पूरे देश में स्वच्छता को लेकर अभियान चलाया जा रहा है। लेकिन यहां जिला मुख्यालय कचरे की ढेर पर नजर आ रहा है। प्रशासनिक स्तर पर कचरा के उठाव की दिशा में अबतक कोई भी अंतरिम व्यवस्था नजर नहीं आ रही है। साफ शब्दों में कहें तो कचरा उठाव की अंतरिम व्यवस्था कर पाने में प्रशासन पूरी तरह से नाकाम साबित हुआ है।

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नगर परिषद भी बना मूकदर्शक

गोपालगंज : नगर परिषद के कर्मियों की हड़ताल के आगे नगर परिषद भी मूकदर्शक बना हुआ है। कुछ लोग दबी जुबान में नगर परिषद का भी कर्मियों के समर्थन की बात भी कहने से पीछे नहीं हट रहे। नगर परिषद कर्मियों की जिद व प्रशासनिक स्तर पर कोई भी कार्रवाई नहीं किए जाने के बीच आम लोग बुरी तरह से पीस रहे हैं। शहर के गली मोहल्लों में फैली गंदगी के कारण लोगों में इस बात की ¨चता बढ़ती जा रही है कि कोई संक्रमण बीमारी न फैल जाए।

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बीमारी फैलने की आशंका

गोपालगंज : शहर के ठप पड़ी सफाई व्यवस्था के बीच जिला मुख्यालय में बीमारी फैलने की आशंका प्रबल हो गई है। चिकित्सकों की मानें तो कचरे से उठती गंदगी से मच्छर जनित बीमारियों के साथ ही संक्रामक बीमारियों के फैलने की आशंका बढ़ जाती है। ऐसे में इस बात से इन्कार नहीं किया जा सकता है कि अगर जल्द समस्या का समाधान नहीं हुआ तो शहर के लोगों की मुश्किलें और बढ़ सकती हैं।

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मीरगंज में नहीं उठ रहा कचरा

गोपालगंज : नगर परिषद कर्मियों से मारपीट की घटना के बाद मीरगंज नगर पंचायत में भी कचरे का उठाव नहीं हो पा रहा है। ऐसे में मीरगंज शहरी इलाके की सड़कों पर भी कचरे का ढेर लगा हुआ है। ऐसे में मीरगंज के लोग भी इस समस्या से परेशान दिख रहे हैं।

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कहते हैं नप कार्यपालक पदाधिकारी

नगर परिषद के कर्मियों की हड़ताल को समाप्त कराने का प्रयास किया जा रहा है। हड़ताल समाप्त होने के साथ ही सफाई की व्यवस्था की जाएगी। इस दिशा में नगर परिषद स्तर पर कार्रवाई की जा रही है।

सुनील कुमार, कार्यपालक पदाधिकारी


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