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तकनीक से लैस होंगी सेविकाएं, रजिस्टर संभालने से मिलेगी मुक्ति

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By JagranEdited By: Published: Sun, 22 Sep 2019 05:30 PM (IST)Updated: Mon, 23 Sep 2019 06:31 AM (IST)
तकनीक से लैस होंगी सेविकाएं, रजिस्टर संभालने से मिलेगी मुक्ति
तकनीक से लैस होंगी सेविकाएं, रजिस्टर संभालने से मिलेगी मुक्ति

गोपालगंज। आंगनबाड़ी केंद्रों पर तैनात सेविकाओं को अब रजिस्टर संभालने से मुक्ति मिलेगी। सेविकाएं मोबाइल से ही हर तरह की इंट्री का कार्य कर सकेंगी। जिले में इस साल के अंत तक आइसीडीएस-केस (कॉमन एप्लिकेशन सिस्टम) की शुरुआत की जाएगी। इसकी शुरुआत होने के बाद सभी आंगनबाड़ी सेविका एवं सहायिकाओं को प्रोत्साहन राशि का भी भुगतान किया जाएगा। प्रशासनिक स्तर पर नई व्यवस्था को लागू करने की तैयारियां तेज कर दी गई है।

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बताया जाता है कि वर्तमान समय में सेविकाओं को आंगनबाड़ी केंद्र पर कुल 11 रजिस्टर में इंट्री का कार्य करना पड़ता है। रजिस्टर में इंट्री का कार्य करने में सेविकाओं को काफी समय लगता है। ऐसे में आइसीडीएस ने नई मोबाइल तकनीक को विकसित किया है। कॉमन एप्लिकेशन सिस्टम नामक इस तकनीक के लागू होने के बाद आंगनबाड़ी सेविकाओं को भारी-भरकम रजिस्टर की व्यवस्था से काफी हद तक निजात मिल जाएगी। नई व्यवस्था के लागू होने से आंगनबाड़ी केंद्रों पर तैनात सेविकाओं के 11 में से 10 रजिस्टर अब ऑनलाइन हो जाएंगे। विभाग ने संभावना व्यक्त किया है कि नई तकनीक के बाद आंगनबाड़ी सेविका को अपना कार्य करने के लिए अतिरिक्त समय मिल सकेगा। नई व्यवस्था से हो सकेगी बेहतर निगरानी

आइसीडीएस के कॉमन एप्लिकेशन सिस्टम से विभाग की सेवाओं की ऑनलाइन इंट्री का कार्य प्रारंभ होगा। जिससे प्रदान की जाने वाली सेवाओं के कुशल प्रबंधन के साथ उन सेवाओं की प्रखंड, जिला एवं राज्य स्तर पर बेहतर निगरानी हो सकेगी। इस व्यवस्था के लागू होने से पोषाहार परिणामों की भी बेहतर निगरानी हो सकेगी।

हेल्प डेस्क का होगा गठन

कॉमन एप्लिकेशन सिस्टम को प्रभावी रूप से संचालित करने के लिए जिला व प्रखंड स्तर पर हेल्प डेस्क का गठन किया जाएगा। इनके माध्यम से स्मार्ट फोन की उपलब्धता, इसके रख-रखाव एवं समस्या प्रबंधन की निगरानी की जाएगी। साथ ही इसके माध्यम से डाटा समीक्षा एवं एप्लीकेशन इस्तेमाल को हर स्तर पर सुनिश्चित कराने का प्रयास किया जाएगा।

बेहतर कार्य के लिए मिलेगी प्रोत्साहन राशि

कॉमन एप्लिकेशन सिस्टम से जुड़ने के बाद जिले में आंगनबाड़ी सेविका एवं सहायिकाओं को प्रोत्साहन राशि भी दी जाएगी। प्रोत्साहन राशि देने करने के लिए कुछ मानक निर्धारित किए गए हैं। इसके तहत आंगनबाड़ी सेविका को प्रतिमाह 500 रुपया प्रोत्साहन राशि दी जाएगी। इसके लिए सेविका को अपने पोषक क्षेत्र के कुल बच्चों में 60 प्रतिशत बच्चों का वजन एवं कार्य योजना के मुताबिक 60 प्रतिशत घरों का दौरा करना अनिवार्य होगा। इसके साथ ही आंगनबाड़ी सहायिकाओं को प्रतिमाह 21 दिन आंगनबाड़ी केंद्र खोलने पर 250 रुपया प्रोत्साहन राशि देने का प्रावधान किया गया है।

कहते हैं अधिकारी

नई तकनीक को इस साल के अंत तक सभी आंगनबाड़ी सेविकाओं को लैस करने की तैयारी चल रही है। इस व्यवस्था को लागू करने से आंगनबाड़ी सेविका और बेहतर तरीके से कार्य कर सकेंगी।

जिला प्रोग्राम पदाधिकारी


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