Move to Jagran APP

साइकिल से अपने लिए वोट मांग रहे प्रधानमंत्री के हमशक्ल

हथुआ विधानसभा सीट पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के हमशक्ल अभिनंदन पाठक के निर्दलीय चुनाव मैदान में उतरने से चुनाव प्रचार का रंग चटक हो गया है। पर्चा भरने के बाद से अभिनंदन खादी का कुर्ता व पायजामा पहनकर सुबह अपना प्रचार करने के लिए साइकिल से क्षेत्र में निकल जाते हैं। ये जिधर से होकर गुजरते हैं लोग उन्हें घेर लेते हैं। प्रधानमंत्री का हमशक्ल होने से उन्हें अपना प्रचार करने में सहूलियत हो रही है तो दिक्कत का भी सामना करना पड़ा रहा है।

By JagranEdited By: Published: Thu, 15 Oct 2020 08:34 PM (IST)Updated: Thu, 15 Oct 2020 08:34 PM (IST)
साइकिल से अपने लिए वोट मांग रहे प्रधानमंत्री के हमशक्ल
साइकिल से अपने लिए वोट मांग रहे प्रधानमंत्री के हमशक्ल

गोपालगंज : हथुआ विधानसभा सीट पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के हमशक्ल अभिनंदन पाठक के निर्दलीय चुनाव मैदान में उतरने से चुनाव प्रचार का रंग चटक हो गया है। पर्चा भरने के बाद से अभिनंदन खादी का कुर्ता व पायजामा पहनकर सुबह अपना प्रचार करने के लिए साइकिल से क्षेत्र में निकल जाते हैं। ये जिधर से होकर गुजरते हैं लोग उन्हें घेर लेते हैं। प्रधानमंत्री का हमशक्ल होने से उन्हें अपना प्रचार करने में सहूलियत हो रही है तो दिक्कत का भी सामना करना पड़ा रहा है। उत्तर प्रदेश के सहारनपुर शहर के कपिल बिहार कॉलोनी निवासी श्री पाठक हथुआ में निर्दलीय चुनाव मैदान में उतरने से पहले सहारपनुर से लोकसभा चुनाव तथा विधानसभा चुनाव भी लड़ चुके हैं। साल 2014 में उन्होंने वाराणसी से भी लोकसभा चुनाव लड़ने के लिए पर्चा भरा था। वे प्रधानमंत्री मोदी की नकल नहीं करते हैं बल्कि उनका चेहरा मोहरा तथा कदगाठी वैसी है कि लोग उन्हें देखते मोदी कहने लगते हैं। वे बताते हैं कि उनके पिता गांधी आश्रम में काम करते थे। जिसके कारण वे बचपन से ही खादी का कुर्ता पैजामा पहनते हैं। शुरुआत में उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से प्रभावित होकर उनके लिए प्रचार भी किया। लेकिन, अब कहते हैं कि न तो वे प्रधानमंत्री मोदी के समर्थक हैं और ना ही विरोधी। उन्होंने बताया कि प्रधानमंत्री मोदी की तरह दिखने के कारण कई बार लोगों ने प्यार तथा उनके साथ सेल्फी लेने के लिए उनका कपड़ा तक फाड़ दिया तो कई बार मोदी के विरोधियों ने आक्रोश में उनका कपड़ा फाड़ डाला। अपनी ससुराल फुलवरिया प्रखंड के सवौनहां गांव में 14 महीने से वे अपनी सास की देखभाल कर रहे हैं।

loksabha election banner

Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.