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तीन दिनों तक रहता है वायरल बुखार का प्रभाव

गोपालगंज: बदल रहे मौसम तथा खाने पीने में लापरवाही के कारण आजकल वायरल बुखार के साथ साथ

By JagranEdited By: Published: Thu, 29 Jun 2017 03:05 AM (IST)Updated: Thu, 29 Jun 2017 03:05 AM (IST)
तीन दिनों तक रहता है वायरल बुखार का प्रभाव
तीन दिनों तक रहता है वायरल बुखार का प्रभाव

गोपालगंज:

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बदल रहे मौसम तथा खाने पीने में लापरवाही के कारण आजकल वायरल बुखार के साथ साथ एलर्जी की समस्या बढ़ती जा रही है। लेकिन थोड़ी सी सावधानी बरत कर इन बीमारियों की चपेट में आने से बचा जा सकता है। बुधवार को प्रश्न प्रहर में दैनिक जागरण कार्यालय पहुंचे सामान्य रोग विशेषज्ञ डॉक्टर आजाद आलम ने इस मौसम में होने वाली बीमारियों से कैसे बचाव करें, इसके बारे में विस्तार से बताया। इस दौरान उन्होंने पाठकों के सवालों के भी जवाब दिए। डॉ.आलम ने बताया कि इस मौसम में डायरिया, वायरल बुखार व एलर्जी की समस्या आमतौर पर बढ़ जाती है। इससे बचने का सबसे बेहतर तरीका है कि अपने रूटीन जीवनशैली में थोड़ा बदलाव करें। खाना खाने से पूर्व साबुन से हाथ जरूर धोएं। अगर आरओ नहीं हो तो पानी उबाल कर पीएं। बाजार के तले सामान खाने से परहेज करें। घर में बना खाना ही खाएं। उन्होंने बताया कि आजकल वायरल बुखार का प्रकोप बढ़ गया है। यदि किसी को वायरल बुखार हो जाए तो परेशान नहीं हो। तीन दिनों तक प्रति छह घंटे पर पारासिटामोल दवा लें। अन्य कोई दवा नहीं लें। इन दिनों में वायरल बुखार कम हो जाता है। पानी का सेवन भी अधिक करना चाहिए। इस मौसम में एलर्जी की समस्या भी बढ़ जाती है। एलर्जी के कई कारण होते हैं। धूल, धूप व गंदगी एलर्जी का प्रमुख कारण है। इससे बचने का प्रयास करना चाहिए।

इनसेट

प्रश्न : एलर्जी होने पर क्या करना चाहिए।

अमित कुमार, जादोपुर रोड

उत्तर : एलर्जी हो जाए तो सबसे पहले किसी चिकित्सक से संपर्क करने के बाद ही किसी प्रकार की दवा का सेवन करें। रक्त की जांच करानी चाहिए। ताकि एलर्जी किस प्रकार है, उसका पता चल सके। जांच रिपोर्ट के आधार पर ही एलर्जी में दवाइयां दी जाती है।

प्रश्न : वायरल बुखार अगर हो जाए तो कैसे पता चलेगा।

नसीमा खातून, नरकटीया

उत्तर : वायरल बुखार की सबसे आसान पहचान है कि बुखार एक बार होने पर वह लगातार बना रहता है। बुखार न तो कम होता है और ना ही बढ़ता है। वायरल बुखार होने की स्थिति में मरीज को चिकित्सक से मिलकर इलाज कराना चाहिए।

प्रश्न : टीबी रोग की पहचान कैसे होती है।

ममता देवी, सासामुसा

उत्तर : टीबी रोग की पहचान यह है कि लगातार दो सप्ताह से ज्यादा खांसी बनी रहती है। रात में पसीना आता है। शाम होते ही बुखार कुछ देर के लिए आता है। अगर खांसी के साथ बलगम गिरने लगे तो तुरंत बलगम की जांच करानी चाहिए।

प्रश्न : एलर्जी की क्या पहचान है।

रमेश ¨सह, जमुनाहां

उत्तर : एलर्जी की सबसे आसान पहचान यह है कि पैर सूजने लगता है तथा सांस फूलने लगती है। किसी किसी को शरीर में चकता या दाना निकालना शुरू हो जाता है। साथ ही शरीर में खुजली बढ़ जाती है।

प्रश्न : सीओ पीड़ी क्या है ?

प्यारी देवी, मीरगंज

उत्तर : सीओ पीड़ी एक ऐसी बीमारी है जो कि सिर्फ सिगरेट पीने से होती है। इसमें खांसी के साथ तथा दम फूलने लगता है। कभी कभी लगातार खांसी आने लगती है। ऐसा सिर्फ पुरूषों में ही होता है।


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