स्वच्छता पर भारी साफ-सफाई की लचर व्यवस्था
गोपालगंज। देश में स्वच्छता के मानक पर सिरमौर मध्य प्रदेश के इंदौर की तरह अपना शहर गोपालगंज क्यों बन सकता है इसका जवाब शहर के कई वार्डों में पसरी रहने वाली गंदगी ही दे देती है। शहर के कई वार्डों मे साफ सफाई की लचर व्यवस्था शहर की स्वच्छता पर भारी पड़ रही है। एनएच 27 की दूसरी तरफ स्थित वार्डों की साफ सफाई की बेहतर व्यवस्था अब तक नगर परिषद प्रशासन नहीं बना सका है।
गोपालगंज। देश में स्वच्छता के मानक पर सिरमौर मध्य प्रदेश के इंदौर की तरह अपना शहर गोपालगंज क्यों बन सकता है, इसका जवाब शहर के कई वार्डों में पसरी रहने वाली गंदगी ही दे देती है। शहर के कई वार्डों मे साफ सफाई की लचर व्यवस्था शहर की स्वच्छता पर भारी पड़ रही है। एनएच 27 की दूसरी तरफ स्थित वार्डों की साफ सफाई की बेहतर व्यवस्था अब तक नगर परिषद प्रशासन नहीं बना सका है। इन वार्डो में सड़कों के किनारे गंदगी पसरी रहती है।
जिले से गुजर रही एनएच 27 शहरीय क्षेत्र के दो हिस्सों में बांटती है। एनएच के एक हिस्सा मुख्य शहर कहलाता है। इसी हिस्से में कलेक्ट्रेट, न्यायालय सहित सभी सरकारी कार्यालय, सदर अस्पताल तथा मुख्य बाजार हैं। दूसरी हिस्से में हजियापुर वार्ड संख्या 27, वार्ड 28 सहित चार वार्ड आते हैं। शहर के मुख्य हिस्से में साफ सफाई की व्यवस्था कुछ हद तक ठीक है। मुख्य सड़कों तथा गली मोहल्लों में प्रतिदिन नगर परिषद के सफाई कर्मी झाड़ू लगाते हैं और कूड़ा कचरा का उठाव किया जाता है, लेकिन शहर के दूसरे हिस्से में साफ सफाई की व्यवस्था लचर बनी हुई है। हजियापुर वार्ड संख्या 27 व 28 इलाके में गंदगी का अंबार सड़क के किनारे देखने को मिलता है। हजियापुर वार्ड संख्या 27 व 28 की कुल आबादी करीब पांच हजार है, लेकिन मोहल्ले में हमेशा साफ सफाई नहीं होने के कारण लोगों को गंदगी के बीच से होकर गुजरना पड़ता है। हालांकि, नगर परिषद के कर्मियों गंदगी का ठिकरा लोगों पर फोड़ कर अपना पल्ला झाड़ लेते हैं। उनका कहना है कि वार्ड संख्या 27 व 28 में घर घर नीले रंग व हरे रंग की डस्टबीन का वितरण किया गया है, लेकिन लोग कचरे को डस्टबीन में रखने के बजाए उसे सड़क पर लाकर फेंक देते है। जिसके कारण गंदगी देखने को मिलती है।
इनसेट
क्या कहते हैं मुख्य पार्षद
शहर के हजियापुर वार्ड संख्या 27 व 28 में हर रोज कचरा उठाने के लिए टीपर व हाथ गाड़ी लेकर सफाई कर्मी जाते है, लेकिन सुबह साफ सफाई करने के बाद लोग डस्बीन की जगह सड़क किनारे कूड़ा कचरा फेंक देते हैं। लोगों को स्वच्छता के प्रति जागरूक करने के लिए पहल की गई है।
हरेंद्र चौधरी, मुख्य पार्षद, नगर परिषद गोपालगंज