पहली पो¨स्टग हुई सहाजितपुर विद्यालय में, बच्चों को पढ़ाया था अंकगणित
मैं गोपालगंज जिले के महम्मदपुर थाना क्षेत्र के हाकाम प्राण के टोला का निवासी हूं। अप्रैल 1970 में सहायक शिक्षक के रूप में छपरा जिले के बनियापुर प्रखंड के मध्य विद्यालय सहाजितपुर में नियुक्ति हुई।
सिधवलिया(गोपालगंज) : मैं गोपालगंज जिले के महम्मदपुर थाना क्षेत्र के हाकाम प्राण के टोला का निवासी हूं। अप्रैल 1970 में सहायक शिक्षक के रूप में छपरा जिले के बनियापुर प्रखंड के मध्य विद्यालय सहाजितपुर में नियुक्ति हुई। सहाजितपुर विद्यालय मे योगदान देने के बाद पहले दिन इस विद्यालय के प्रधानाध्यापक बैद्यनाथ प्रसाद ने मुझे पांचवीं कक्षा मे पढ़ाने के लिए भेजा। इस पहली कक्षा की एक-एक बातें मुझे अब भी याद हैं। कक्षा में पहुंचने पर बच्चे काफी उत्साहित दिखे। मैंने अपना परिचय देते हुए बच्चों से पूछा कौन सा विषय पढ़ना है। बच्चों गणित पढ़ने की इच्छा जाहिर की। इस दौरान मैं बच्चों को कैसे पढ़ा रहा हूं, इस पर प्रधानाध्यापक व अन्य शिक्षक नजर रख रहे थे। घंटी बजी और मैं बाहर आ गया तो देखा कि प्रधानाध्यापक तथा अन्य शिक्षक मेरे पढ़ाने के तरीके से काफी खुश थे। जिससे मेरा आत्मविश्वास और बढ़ गया। कुछ समय यहां पढ़ाने के बाद सिधवलिया के बिशुनपुरा कन्या विद्यालय में मेरा तबादला हो गया। इस विद्यालय से मध्य विद्यालय शाहपुर तथा कुछ समय बाद मेरा तबादला मध्य विद्यालय कटेया में हो गया। इसी विद्यालय से मैं सेवानिवृत हुआ।
महम्मद मोबिन, सेवानिवृत शिक्षक