Bihar Politics: गोपालगंज उपचुनाव में किसका पलड़ा भारी, मामा साधु क्या तेजस्वी को देंगे टक्कर? भाजपा की साख भी होगी दांव पर
बिहार में गोपालगंज मोकामा और कुढ़नी विधानसभा सीट पर उपचुनाव होने हैं। तारीखों के ऐलान नहीं हुआ है लेकिन सियासी गहमागहमी शुरू हो चुकी है। सियासी समीकरण बदलने के बाद भाजपा हर हाल में गोपालगंज सीट को बचाना चाहती है। वहीं साधु यादव की दावेदारी की भी चर्चा तेज है।
मनीष कुमार, गोपालगंज। पूर्व मंत्री सह तत्कालीन विधायक सुबाष सिंह के निधन के बाद खाली पड़ी गोपालगंज विधानसभा सीट के लिए उपचुनाव की अभी डुगडुगी नहीं बजी है। गुजरात एवं हिमाचल प्रदेश में विधानसभा चुनाव के साथ ही गोपालगंज विधानसभा सीट के लिए भी उपचुनाव कराया जाएगा। आगामी विधानसभा उपचुनाव में गोपालगंज विधानसभा की सीट पर त्रिकोणीय मुकाबला देखने को मिल सकता है। बदले सियासी समीकरण में बीजेपी की भी साख कसौटी पर होगी।
सीट को बचाना बीजेपी के लिए बड़ी चुनौती
भाजपा से पूर्व मंत्री एवं इस सीट से विधायक रहे स्व. सुबाष सिंह की पत्नी कुसुम देवी का टिकट तय माना जा रहा है। वह क्षेत्र में आशीर्वाद यात्रा कर रही हैं। आशीर्वाद यात्रा से पूर्व उनके घर भाजपा के कई दिग्गज नेताओं का आगमन हो चुका है। सहानुभूति के सहारे भाजपा इस सीट पर सेंध लगाने की तैयारी में है। हालांकि जदयू से अलग होने के बाद इस बार सियासी समीकरण पूरी तरह बदल गया है।
तेजस्वी के मामा साधु यादव भी दे सकते हैं चुनौती
उधर, बहुजन समाज पार्टी से पूर्व सांसद अनिरुद्ध प्रसाद यादव उर्फ साधु यादव का टिकट भी लगभग तय है। साधु यादव, पूर्व मुख्यमंत्री राबड़ी देवी के भाई हैं। सत्तारूढ़ महागठबंधन में सीट किसके खाते में जाएगी, यह देखना दिलचस्प होगा। पिछले चुनाव में इस सीट पर महागठबंधन से कांग्रेस ने अपना उम्मीदवार उतारा था।
पिछले चार चुनावों से इस सीट पर भाजपा का कब्जा
गोपालगंज विधानसभा सीट पर 2005 (अक्टूबर) से भारतीय जनता पार्टी का कब्जा है। लगातार चौथी बार इस सीट से सुबाष सिंह को जनता ने विधायक चुना। अब भाजपा लगातार पांचवीं बार गोपालगंज विधानसभा की सीट पर कब्जा जमाने का दावा कर रही है।
पिछले चुनाव से इस बार समीकरण है अलग
पिछले चुनाव में एनडीए के साथ रहने वाली जनता दल (यूनाइटेड) इस बार महागठबंधन में है। ऐसे में महागठबंधन से राजद, जदयू व कांग्रेस, तीनों ही इस पर टिकट लेने के लिए दावेदारी ठोक रहे हैं। कांग्रेस ने बैठक कर दावा किया उनके पास जीत दिलाने वाले एवं सक्षम उम्मीदवारों की लंबी फेहरिस्त है। बिहार की सबसे बड़ी पार्टी राजद के साथ ही जदयू भी जमीनी स्तर पर तैयारी में जुटी हुई है।
600 करोड़ की सौगात के बाद महागठबंधन से राजद की दावेदारी अधिक
गोपालगंज राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव का गृह जिला है। 24 सितंबर को उनके पुत्र तेजस्वी प्रसाद यादव बतौर उप मुख्यमंत्री गोपालगंज पहुंचे थे। यहां उन्होंने जिले के लिए 500 करोड़ के मेडिकल कालेज समेत 600 करोड़ की सौगात दी थी। ऐसे में यह माना जा रहा है कि महागठबंधन से राजद गोपालगंज विधानसभा सीट के लिए प्रबल दावेदार है।
पिछले छह विधानसभा चुनावों का परिणाम
उम्मीदवार - पार्टी - प्राप्त वोट
2020 विधानसभा चुनाव :
सुबाष सिंह भाजपा 77791
अनिरुद्ध प्रसाद उर्फ साधु यादव बसपा 41039
आसिफ गफूर कांग्रेस 36460
2015 विधानसभा चुनाव
सुबाष सिंह भाजपा 78491
रेयाजुल हक उर्फ राजू राजद 73417
जय हिंद प्रसाद बसपा 3665
2010 विधानसभा चुनाव
सुबाष सिंह भाजपा 58010
रेयाजुल हक उर्फ राजू राजद 42117
अनिरुद्ध प्रसाद उर्फ साधु यादव कांग्रेस 8488
2005 अक्टूबर विधानसभा चुनाव
सुबाष सिंह भाजपा 39205
रेयाजुल हक उर्फ राजू बसपा 31271
ध्रुवनाथ चौधरी राजद 21894
2005 फरवरी विधानसभा चुनाव
रेयाजुल हक उर्फ राजू बसपा 27885
सुबाष सिंह लोजपा 24587
इंदिरा यादव निर्दलीय 22617
2000 विधानसभा चुनाव
अनिरुद्ध प्रसाद उर्फ साधु यादव राजद 30248
सुबाष सिंह बिहार पीपुल्स पार्टी बीपीएसपी 19372
रेयाजुल हक उर्फ राजू निर्दलीय 17837