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कुछ इलाकों तक सिमटा फॉ¨गग, बढ़ा मच्छरों को प्रकोप

रात तो रात अब तो दिन में भी परेशान कर रहे म'छरों से निजात पाने के लिए अगर आप विभागीय पहल की उम्मीद पाले हों तो उसे अब भूल जाइए।

By JagranEdited By: Published: Tue, 06 Nov 2018 06:01 PM (IST)Updated: Tue, 06 Nov 2018 06:01 PM (IST)
कुछ इलाकों तक सिमटा फॉ¨गग, बढ़ा मच्छरों को प्रकोप
कुछ इलाकों तक सिमटा फॉ¨गग, बढ़ा मच्छरों को प्रकोप

गोपालगंज। रात तो रात अब तो दिन में भी परेशान कर रहे मच्छरों से निजात पाने के लिए अगर आप विभागीय पहल की उम्मीद पाले हों तो उसे अब भूल जाइए। मलेरिया, कालाजार और डेंगू जैसी बीमारियों पर नियंत्रण के नाम पर ही सही, मच्छर मारने का विभागीय प्रयास चंद इलाकों तक ही सिमट गया है। भले ही जिले के कई इलाकों में डेंगू ने अपना पांव पसार दिया है। बावजूद इसके फा¨गग का कार्य शहर के मुख्य पथों तक ही सिमट कर रह गया है। ऐसे में मलेरिया व डेंगू जैसी बीमारी फैलाने वाले मच्छर से इस बार जंग लोगों को खुद अपने दम पर ही लड़नी होगी।

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जिले में डेंगू से पीड़ित लोगों की संख्या बढ़ती जा रही है। डीपीओ संगीता कुमारी सहित अब तक जिले में डेंगू से पीड़ित चार लोगों की मौत हो चुकी है।डेंगू से पीड़ित एक दर्जन लोगों का इलाज विभिन्न अस्पतालों में चल रहा है। जिले में डेंगू के मामले सामने आने के बाद शहरी इलाके के साथी प्रभावित इलाकों में फॉ¨गग की व्यवस्था की गई। लेकिन अब 95 प्रतिशत इलाकों में छिड़काव नहीं हो सका है। शहरी इलाके में फॉ¨गग कुछ ही मोहल्ले तक सिमट कर रह गई। फॉ¨गग नहीं कराए जाने से मच्छरों को प्रकोप बढ़ता जा रहा है। इसी के साथ लोगों के डेंगू की चपेट में आने का मामला भी बढ़ता जा रहा है। 800 सौ से अधिक मलेरिया रोगियों की संख्या

गोपालगंज : स्वास्थ्य विभाग के आंकड़ों की मानें तो वर्तमान समय में मच्छरों के आतंक के कारण मलेरिया से पीड़ित मरीजों की संख्या बढ़ गई है। सरकारी अस्पताल से लेकर जिला मुख्यालय स्थित कई निजी क्लिनिक में 800 से अधिक मलेरिया से पीड़ित मरीजों का इलाज चल रहा है। पिछले एक माह के दौरान जिले में 30 से अधिक डेंगू के रोगियों की पहचान हो चुकी है। अभी भी हैं कालाजार के मरीज

गोपालगंज : जिले में कालाजार के रोगियों की संख्या में कमी नहीं है। प्रत्येक वर्ष की तरह इस वर्ष भी कालाजार से पीड़ित रोगियों की संख्या सामने आई है। बावजूद इसके विभागीय स्तर पर कालाजार के रोकथाम के दिशा में समुचित प्रयास नहीं किया गया। नवंबर माह के अंत तक रहता है डेंगू का खतरा

गोपालगंज : चिकित्सकों की मानें तो नवंबर माह के अंत तक कलाजार व मलेरिया के साथ ही डेंगू का खतरा बना रहता है। डेंगू संक्रमित मादा एडिज मच्छर के काटने से फैलता है। डॉक्टर बताते हैं कि ये मच्छर दिन में काटते हैं तथा साफ पानी में पनपते हैं।


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