पहले मरीज को थी कफ की शिकायत, दवा देने पर मिली राहत
मैं छपरा के नई बाजार का निवासी हूं। साल 2010 में पटना मेडिकल कॉलेज से एमबीबीएस की पढ़ाई पूरा की। मेरा चयन उचकागांव के चिकित्सा पदाधिकारी के पद पर किया गया।
उचकागांव(गोपालगंज) : मैं छपरा के नई बाजार का निवासी हूं। साल 2010 में पटना मेडिकल कॉलेज से एमबीबीएस की पढ़ाई पूरा की। मेरा चयन उचकागांव के चिकित्सा पदाधिकारी के पद पर किया गया। ग्रामीण क्षेत्र में प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र होने के कारण उस समय यहां चिकित्सक रात में रुकते नहीं थे। 4 सितंबर 2014 को प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र उचकागांव में योगदान करने के बाद मुझे पहली बार ओपीडी में सेवा देने का मौका मिला। पहले दिन मेरे सामने कफ से पीड़ित महिला मरीज आईं। उनका नाम आज भी याद है। वे प्रखंड के मथौली खास गांव निवासी हीरामती देवी थीं। इस मरीज का पूरी तरीके से जांच करने के बाद उन्हें तीन दिन के लिए दवा दी। जिससे उन्हें काफी राहत मिली। जिसके बाद कोई भी बीमारी होने पर वह तुरंत मेरे पास इलाज के लिए आती हैं। मैं उचकागांव प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र के परिसर में स्थित जर्जर आवासीय भवन में ही रह कर मरीजों का इलाज करने लगा। जिससे मुझे वहां आने वाले मरीजों से भी काफी सम्मान और प्यार मिला । इसके बाद मेरा तबादला भोरे रेफरल अस्पताल में हुआ। मैं यहां प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी के पद पर कार्यरत हूं।
डॉ. खाबर इमाम
प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी
रेफरल अस्पताल भोरे