अब तीसी के साथ खेतों में खिलेंगे सूर्यमुखी के फूल
अब बस धान की फसल कटने के बाद खेत खाली होने का इंतजार है। धान की फसल फसल कटने के साथ ही जिले में तीसी तथा सूर्यमुखी की खेती शुरू हो जाएगी।
गोपालगंज। अब बस धान की फसल कटने के बाद खेत खाली होने का इंतजार है। धान की फसल फसल कटने के साथ ही जिले में तीसी तथा सूर्यमुखी की खेती शुरू हो जाएगी। जिला कृषि विभाग ने तीसी तथा सूर्यमुखी की खेती के लिए लक्ष्य भी निर्धारित कर दिया है। उन्नत तरीके से खेती करने के लिए किसानों को प्रशिक्षण देने की कवायद भी शुरू हो गई है। ऐसे में अब धान की कटनी के बाद खाली पड़े खेतों में तीसी के साथ सूर्यमुखी के फूल खिलेंगे।
जिले में तीसी तथा सूर्यमुखी की खेती काफी समय हो होती आ रही है। लेकिन इस बार कृषि विभाग ने तीसी तथा सूर्यमुखी की खेती पर विशेष ध्यान दिया है। इसके लिए लक्ष्य भी निर्धारित कर दिया गया है। जिला कृषि पदाधिकारी सुरेश प्रसाद बताते हैं कि धान की कटनी के बाद तीसी तथा सूर्यमुखी की खेती की पहल की गई है। उन्होंने बताया कि 1130 हेक्टेयर में तीसी तथा 70 हेक्टेयर में सूर्यमुखी की खेती करने का लक्ष्य निर्धारित किया गया है। इसको लेकर प्रखंडवार लक्ष्य तय किया गया है। उन्होंने बताया कि उन्नत तरीके से खेती करने के लिए किसानों को प्रशिक्षण दिया जा रहा है तथा सूर्यमुखी की खेती करने वाले किसानों को अनुदान भी दिया जाएगा। लेकिन अनुदान देने की प्रक्रिया फसल खेत में लगाने के बाद शुरू की जाएगी। फसल के रकबे के अनुसार किसानों को अनुदान दिया जाएगा। किस प्रखंड में कितने हेक्टेयर में होगी सूर्यमुखी की खेती
प्रखंड लक्ष्य हेक्टेयर में
बैकुंठपुर 07
सिधवलिया 04
बरौली 07
मांझा 06
गोपालगंज 05
थावे 03
कुचायकोट 09
हथुआ 07
उचकागांव 03
फुलवरिया 04
भोरे 05
कटेया 03
पंचदेवरी 03
विजयीपुर 04 कहां कितने हेक्टेयर में होगी तीसी की खेती
प्रखंड लक्ष्य हेक्टेयर में
बैकुंठपुर 106
सिधवलिया 63
बरौली 111
मांझा 97
गोपालगंज 77
थावे 53
कुचायकोट 150
हथुआ 106
उचकागांव 68
फुलवरिया 58
भोरे 82
कटेया 53
पंचदेवरी 43
विजयीपुर 63