शिक्षक नियोजन में धांधली की जांच के आदेश
जागरण संवाददाता, गोपालगंज
: पंचायत शिक्षक नियोजन में फर्जी प्रमाण पत्र के आधार पर शिक्षकों का नियोजन किये जाने का मामला प्रकाश में आया है। बिहार सरकार के लोकायुक्त विभाग ने नियोजन में धांधली की जांच करने का आदेश दिया है। नियोजन की जांच के आदेश पर फर्जी प्रमाण पत्र पर नौकरी कर रहे शिक्षकों में हड़कंप मची है। शिक्षा विभाग विभाग के अधिकारिक सूत्रों ने बताया कि बैकुंठपुर प्रखंड के हामीदपुर पंचायत अन्तर्गत 2005 में पंचायत शिक्षकों के नियोजन में भारी पैमाने पर गड़बड़ी बरती गई। शिक्षकों का नियोजन फर्जी प्रमाण पत्र के आधार पर किया गया। मामले की शिकायत ग्रामीणों ने लोकायुक्त विभाग में किया। लोकायुक्त विभाग के अवर सचिव ने मामले को गंभीरता से लेते हुए पंचायत शिक्षकों के नियोजन को जांच के आदेश दिया। जिला शिक्षा पदाधिकारी को पूरे मामले की जांच कर रिपोर्ट भेजने का निर्देश भी दिया गया। लोकायुक्त के अवर सचिव का निर्देश मिलते ही शिक्षा विभाग में हड़कंप मच गई है। डीइओ ने पंचायत नियोजन इकाई से एक सप्ताह के अंदर 2005 के शिक्षक नियोजन का अभिलेखों की मांग किया है। अभिलेख नहीं सौंपने पर पंचायत नियोजन कार्रवाई के विरुद्ध कार्रवाई की हिदायत दी गयी है। वहीं दूसरी तरफ फुलवरिया प्रखंड के कायेलादेवा पंचायत में वर्ष 2008 में हुए पंचायत शिक्षक नियोजन में गड़बड़ी के आरोप की विभागीय जांच चल रही है। शिक्षा विभाग के अधिकारिक सूत्रों ने बताया कि कोयलादेवा पंचायत के शिक्षकों का नियोजन भी फर्जी प्रमाण पत्र पर किये जाने का मामला प्रकाश में आया है। सीएम जन शिकायत कोषांग ने डीइओ को मामले की जांच का आदेश दिया था। डीइओ ने नियोजन इकाई से अभिलेख मांगा है। अभिलेखों की जांच के बाद इन पंचायतों में कार्यरत शिक्षकों पर गाज गिर सकती है।