दुर्गावती जलाशय को ईको टूरिज्म में डेवलप करने का काम अधूरा क्यों, प्रधान सचिव ने लगाई फटकार
दुर्गावती जलाशय स्थल को ईको टूरिज्म स्थल के रूप में विकसित करने के कार्य की सुस्त रफ्तार पर प्रधान सचिव ने नाराजगी जाहिर की है। उन्होंने कहा कि जहां समस्या है वह बताएं और कार्य में तेजी लाएं।
संवाद सूत्र, चेनारी (रोहतास)। पूर्व उपमुख्यमंत्री (Ex Deputy CM) सुशील कुमार मोदी ने दुर्गावती जलाशय परियोजना (Durgawati Reservoir Project) स्थल को इको टूरिज्म (Eco Tourism) के रूप में विकसित करने का सपना देखा था। उस दिशा में कवायद शुरू भी हुई लेकिन दो वर्षों बाद भी योजना का कार्य बाधित है। ऐसा क्यों है, इसे देखने के लिए सिंचाई विभाग के प्रधान सचिव (Principal Secretary) चैतन्य प्रसाद शनिवार को यहां पहुंचे। उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिया कि इस दिशा में कोई परेशानी है तो उसे दूर करें।
अद्भुत है दुर्गावती जलाशय का नजारा
जिलाधिकारी धर्मेंद्र कुमार, डीएफओ प्रद्युम्न गौरव, मुख्य अभियंता ओमप्रकाश सिंह के साथ पहुंचे प्रधान सचिव ने कहा कि यहां का नजारा अद्भुत है। इसे इको टूरिज्म के रूप में विकसित करने के सारे तत्व मौजूद हैं। दो वर्ष पूर्व यहां आए बिहार के तत्कालीन डिप्टी सीएम सुशील कुमार मोदी ने इको टूरिज्म के रूप में विकसित करने का प्रस्ताव दिया गया था। विभाग से अनुमोदन कर यहां भेज भी दिया गया था, लेकिन कार्य बाधित है। उन्होंने कहा कि किसी भी प्रकार की कोई परेशानी हो रही है, तो आप हमें तत्काल इसकी जानकारी दें, समस्या का निदान कराकर यहां इको पार्क का निर्माण किया जाएगा।
दुर्गावती जलाशय से जुड़े कार्यों का लिया जायजा
प्रधान सचिव ने निरीक्षण के दौरान कई कार्यों की स्थिति पर असंतोष जाहिर किया। इस क्रम में अधिकारियों को फटकार भी लगाई। प्रधान सचिव ने मिट्टी कार्य में विलंब व कंप्रेशर मशीन से मिट्टी न दबाए जाने पर इसका कारण पूछा। इस दौरान उन्होंने जमकर फटकार लगाई। उन्होंने संवेदक हिदायत दी कि आप हमें सिखाइएगा कि काम कब शुरू हुआ था और कब खत्म होगा। मिट्टी कार्य में कंप्रेशर मशीन से मिट्टी का दबाने का काम करें। अधिकारियों को सख्त चेतावनी देते हुए कहा कि अगर काम में कोई दिक्कत होती है, तो संवेदक के साथ-साथ आप पर भी करवाई होगी।
जहां भी दिखी कोताही, अधिकारियों पर बरसते रहे प्रधान सचिव
डैम से लौटते समय सिंहपुर गांव से पश्चिम में जल संसाधन विभाग के कमांड क्षेत्र विकास प्रमंडल भभुआ के अंतर्गत मौजा करेछ में सूक्ष्म सिंचाई कार्य का भी अवलोकन किया। करीब आधा किलोमीटर तक चलकर उन्होंने कार्य का हाल जाना। इस दौरान जहां भी कोताही नजर आई, विभागीय अधिकारी उनका कोपभाजन बनते रहे। प्रधान सचिव ने जिलाधिकारी से कहा कि इस कार्य को आप देखिए और इसकी रिपोर्ट तत्काल हमें दीजिए। विभागीय अधिकारियों से कहा कि तीन दिन के भीतर इस कार्य को पूरा कर किसानों के खेत तक पानी पहुंचाए और इसकी रिपोर्ट हमें दें।
किसानों ने की वितरणी में पानी नहीं आने की शिकायत
निरीक्षण करके लौट रहे प्रधान सचिव से वहां पहुंच किसानों ने रबी के लिए वितरणी में अबतक पानी नहीं मिलने की शिकायत की। कहा कि दुर्गावती जलाशय से निकलने वाली किसी भी वितरणी में पानी नहीं आ रहा है। इसकी शिकायत कई बार विभागीय अधिकारियों से की गई लेकिन अधिकारी चुप्पी साधे हुए हैं। इसपर प्रधान सचिव ने वहां मौजूद अधिकारियों की क्लास लगा दी। किसानों से कहा कि आप लोग निश्चिंत रहें, अधिकारियों को आदेश दिया गया है कि किसी प्रकार की कोई दिक्कत न हो। आपको नहर से भी पानी मिलेगा और अंतिम छोर तक पानी जाएगा।