डेहरी में समानांतर नहर से जून से होगी पानी की आपूर्ति, 23 वर्षों से इसका इंतजार कर रहे हैं किसानों
डेढ़ शताब्दी पुरानी सोन नहर प्रणाली से शाहबाद के किसानों को आवश्यकता के अनुरूप नहरो में टेलएंड तक पानी की आपूर्ति को इंद्रपुरी बराज से डेहरी फाल तक समांतर नहर का निर्माण अंतिम चरण में है। आगामी जून से इससे पानी की आपूर्ति होगी।
संवाद सहयोगी, डेहरी ऑन सोन (रोहतास)। डेढ़ शताब्दी पुरानी सोन नहर प्रणाली से शाहबाद के किसानों को आवश्यकता के अनुरूप नहरो में टेलएंड तक पानी की आपूर्ति को इंद्रपुरी बराज से डेहरी फाल तक समांतर नहर का निर्माण अंतिम चरण में है। आगामी जून से इससे पानी की आपूर्ति होगी।
1872 में बने सोन नहर प्रणाली सात जिलो के खेतों को सिचाई को पानी को लाइफ लाइन है। इस नहर प्रणाली में इंद्रपुरी बराज से पश्चिमी संयोजक नहर से पुराने शाहाबाद के रोहतास, भोजपुर, बक्सर व कैमूर व पूर्वी संयोजक नहर से औरंगाबाद, अरवल व पटना जिले तक के खेतों को पानी की आपूर्ति होती होती है। पश्चिमी संयोजक नहर से किसानों की मांग के अनुसार जल की आपूर्ति तकनीकी व एग्रोनोमिकल कारणों से नहीं हो पाने के कारण 1998 में इंद्रपुरी बराज से डेहरी फाल तक समांतर नहर बनाने की योजना बनी।
नीतीश कुमार की सरकार बनने के बाद इस योजना पर कार्य प्रारंभ हुआ। इंद्रपुरी बराज में अतिरिक्त शीर्ष नियामक का निर्माण कर समानांतर नहर में का निर्माण कार्य को 112 करोड़ रुपये का प्रस्ताव भेजा गया। कार्य में विलंब होने व निर्माण सामग्रियों की मूल्य वृद्धि के कारण प्राक्कलित राशि बढ़कर 172 करोड़ रुपये कर दी गई।
समानांतर नहर का कार्य छतीसगढ़ के रायपुर यूबीवी इंफ्रास्ट्रक्चर कम्पनी प्राइवेट लिमिटेड द्वारा किया जा रहा है। कार्य एजेंसी को 10.4 किमी लंबी समानांतर नहर का निर्माण 2019 में पूरा करा लेना था। लेकिन, कार्य पूरी नहीं हुई। विभाग ने एक साल जून 2020 तक का अवधि विस्तार दी गई। लेकिन, कोरोना संक्रमण के कारण निर्माण में बाधा आ गई । फिर अवधि विस्तार कर जून 2021 में कार्य पूरी कर नहरो में पानी छोड़ने का लक्ष्य तय किया गया। नहरों के पक्कीकरण का कार्य लगभग पूर्ण हो गया है। गांव के निकट नहर में सीढ़ी व घाट का भी निर्माण किया जा रहा है। इस योजना के पूरे हो जाने से नहरो की क्षमता में वृद्धि होगी व नहरों के अंतिम छोर तक पानी पहुंचेगा। जल संसाधन विभाग के कार्यपालक अभियंता रविंद्र चौधरी के अनुसार समानांतर नहर का निर्माण कार्य लगभग पूरी होने को है। इस वर्ष जून से खरीफ फसलों की सिंचाई को पानी आपूर्ति होगी।