औरंगाबाद के लोगों की जेहन से अब तक नहीं गया नक्सलियों का खौफ, भाकपा बंद का दिख रहा बड़ा असर
भाकपा माओवादी नक्सलियों के दो दिवसीय बंद की घोषणा का जिले में काफी असर पड़ा है। जीटी रोड को छोड़कर जिले की सभी सड़कों पर वाहनों का परिचालन नहीं हुआ। नक्सल प्रभावित थाना क्षेत्रों की बाजारों में दुकानें बंद रही। बैंकों में भी ताला लटका रहा।
जागरण संवाददाता, औरंगाबाद। भाकपा माओवादी नक्सलियों के दो दिवसीय बंद की घोषणा का जिले में काफी असर पड़ा है। जीटी रोड को छोड़कर जिले की सभी सड़कों पर वाहनों का परिचालन नहीं हुआ। नक्सल प्रभावित थाना क्षेत्रों की बाजारों में दुकानें बंद रही। बैंकों में भी ताला लटका रहा। सड़क निर्माण से लेकर सभी सरकारी कार्य बंद रहा।
बंदी के दौरान नक्सलियों के किसी भी गतिविधि से निपटने के लिए पुलिस की गश्ती होती रही। नक्सल प्रभावित इलाके में विशेष छापामारी अभियान चलाया जा रहा है। नक्सली बंदी का सबसे ज्यादा असर देव, मदनपुर, कुटुंबा, नबीनगर प्रखंड क्षेत्र में है। हालांकि टेंपो का छिटपुट परिचालन होता रहा।नक्सली बंदी के कारण झारखंड की तरफ से भी वाहनों का आवागमन नहीं हुआ। नक्सल प्रभावित इलाके में पेट्रोल पंप भी बंद रहे।
एसपी सुधीर कुमार पोरिका ने बताया कि नक्सली बंदी के दौरान जिले में किसी प्रकार की कोई अप्रिय घटना नहीं हुई है। बंदी के दौरान पूरे जिले में जिला पुलिस के साथ सीआरपीएफ, एसएसबी एवं एसटीएफ के सुरक्षाबलों के द्वारा छापामारी अभियान चलाया जा रहा है।