भगवान विष्णु की महापूजा के साथ खुलेंगे विष्णुपद मंदिर के कपाट
कोरोना संकट के दौरान हुए लॉकडाउन के पांचवें चरण में केंद्र सरकार से रियायत मिलने के बाद अब आठ जून से धर्मस्थलों के दरवाजे खुल जाएंगे। इसी क्रम में विष्णुपद प्रबंधकारिणी समिति ने श्रद्धालुओं के लिए प्रसिद्ध विष्णुपद मंदिर को भी खोलने का निर्णय लिया है।
गया । कोरोना संकट के दौरान हुए लॉकडाउन के पांचवें चरण में केंद्र सरकार से रियायत मिलने के बाद अब आठ जून से धर्मस्थलों के दरवाजे खुल जाएंगे। इसी क्रम में विष्णुपद प्रबंधकारिणी समिति ने श्रद्धालुओं के लिए प्रसिद्ध विष्णुपद मंदिर को भी खोलने का निर्णय लिया है। हालांकि मंदिर में पूजा-अर्चना व दर्शन के लिए श्रद्धालुओं को कई तरह के नियमों का पालन करना पड़ेगा। उसके बाद ही श्रद्धालु गर्भगृह में भगवान श्रीहरि विष्णु के चरण चिन्ह की पूजा-अर्चना कर सकेंगे।
समिति के अध्यक्ष कन्हैया लाल मिश्रा व सदस्य महेश लाल गुपुत ने कहा, मंदिर खोलने से पहले कार्ययोजना बनाई जा रही है। श्रद्धालुओें से हर हाल में शारीरिक दूरी का पालन कराया जाएगा। मंदिर में प्रवेश के पहले श्रद्धालुओं का साबुन से हाथ साफ कराया जाएगा। इसके लिए मंदिर के प्रवेश द्वार के पास लगे नल पर साबुन रखा रहेगा। हाथ धोने के बाद ही श्रद्धालु पूजन सामग्री लेकर मंदिर परिसर में प्रवेश कर सकेंगे। परिसर में शारीरिक दूरी के अनुपालन के लिए गोला चिन्ह बना रहेगा। मंदिर से लेकर गर्भगृह के द्वार पर गोला बना रहेगा। श्रद्धालुओं को उसी गोले में खड़े होकर अपनी बारी का इंतजार करना पड़ेगा। उन्होंने कहा, गर्भगृह में एक बार में पांच श्रद्धालु को ही प्रवेश की अनुमति मिलेगी। दो पुरोहितों को पूजा के लिए लगाया जाएगा, जिससे पूजा-अर्चना में कम समय लगे। मंदिर का होगा सैनिटाइजेशन :
विष्णुपद मंदिर खुलने के पहले गर्भगृह से लेकर मंदिर परिसर को पूरी तरह से सैनिटाइज्ड किया जा रहा है, जिससे कोरोना वायरस का संक्रमण नहीं फैले। वहीं मंदिर परिसर से श्रद्धालुओं के बाहर निकलने के लिए विशेष व्यवस्था की जाएगी। मुख्यद्वार पर रस्सी लगी रहेगी, जिससे शारीरिक दूरी बनी रहे। पूजा के क्रम में मास्क पहनना जरूरी :
मंदिर में पूजा-पाठ करने वाले श्रद्धालुओं को मास्क पहनकर आना पड़ेगा। तभी पूजा-अर्चना व दर्शन की अनुमति दी जाएगी। मास्क नहीं रहने पर श्रद्धालु गमछा या रूमाल का भी इस्तेमाल कर सकते है। महेश लाल गुपुत ने कहा, आठ जून को मंदिर में कोरोना संकट से निजात के लिए भगवान श्रीहरि विष्णु की महापूजा होगी। उसके बाद श्रद्धालुओं के लिए मंदिर के कपाट खोल दिए जाएंगे।
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महाबोधि मंदिर खोलने को सात जून को लिया जाएगा निर्णय
जागरण संवाददाता, गया: गया जिले के ऐतिहासिक महाबोधि मंदिर को खोलने के संबंध में जिलाधिकारी अभिषेक सिंह ने कहा कि अभी मंदिर खोलने के बारे में कोई निर्णय नहीं लिया गया है। गृह मंत्रालय के निर्देश अनुसार मंदिर खोलने के बारे में 7 जून से पहले निर्णय ले लिया जाएगा। इस बारे में एसओपी भी तैयार किया जाएगा। इसमें सारी शतरें का जिक्र होगा। वहीं, मंदिर के भिक्षु प्रभारी भंते चालिंदा ने बताया कि लॉकडाउन के कारण लंबे अरसे से मंदिर दर्शनार्थियों के लिए बंद है। उन्होंने अपनी निजी इच्छा जाहिर करते हुए कहा कि सुबह-शाम शतरें के मुताबिक मंदिर दर्शनार्थियों के लिए खुलना चाहिए। मंदिर के गर्भ गृह में एक बार में दो से ती लोग ही प्रवेश करें। उन्होंने स्पष्ट किया कि यह सारा निर्णय जिला अधिकारी के नेतृत्व में गठित कमेटी के निर्देशानुसार ही होगा। उन्हें भी कमेटी के निर्देशों का इंतजार है।