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नवादा: कौआकोल में शराब बनाने तथा बेचने का धंधा परवान पर, झारखंड से आपूर्ति हो रहा महुआ व छोवा

कौआकोल में शराब निर्माण से जुड़े धंधेबाज को झारखंड से महुआ तथा शराब में उपयोग होने वाले छोवा की आपूर्ति की जा रही है। महुलियाटांड़ के रास्ते पहुंचाने का काम किया जाता है। स्थानीय ग्रामीणों की मानें तो इन शराब छोवा एवं महुआ माफियाओं का सांठगांठ स्थानीय पुलिस से है।

By Prashant Kumar PandeyEdited By: Published: Mon, 10 Jan 2022 06:42 PM (IST)Updated: Tue, 11 Jan 2022 10:52 AM (IST)
नवादा: कौआकोल में शराब बनाने तथा बेचने का धंधा परवान पर, झारखंड से आपूर्ति हो रहा महुआ व छोवा
शराबबंदी के बावजूद कौआकोल में शराब बनाने तथा बेचने का धंधा परवान पर, सांकेतिक तस्वीर

 संसू, कौआकोल : राज्य में शराब निर्माण तथा बिक्री पूरी तरह से प्रतिबंधित होने के बावजूद कौआकोल में इसपर विराम नहीं लग रहा है। यहां महुआ शराब बनाने तथा बेचने का धंधा परवान पर है। ग्रामीणों की शिकायत है कि उनके द्वारा स्थानीय पुलिस प्रशासन को सूचना दिये जाने के बावजूद कार्रवाई नहीं की जाती है। थाना क्षेत्र के फुसबंगला, लोहसिंहानी, रामपुर बलुआ, कोल्हुआर, ओखरिया, विशनपुर, चोंगवा, पनसगवा, बीझो, डोमनबाग, पाली, गोलाबड़राजी, भोरमबाग(मलाही), गांधीधाम, कपसिया, सेखोदेवरा, झिलार, गुआघोघरा तथा बंदैली में महुआ शराब का निर्माण एवं बिक्री का धंधा कुटीर उद्योग का रुप ले रखा है। जहां धंधेबाजों द्वारा प्रत्येक दिन सैकड़ों लीटर महुआ शराब का निर्माण एवं बिक्री किया जाता है। 

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झारखंड से शराब में उपयोग होने वाले छोवा की आपूर्ति 

ग्रामीण सूत्रों के अनुसार कौआकोल में शराब निर्माण से जुड़े धंधेबाज को झारखंड से महुआ तथा शराब में उपयोग होने वाले छोवा की आपूर्ति की जा रही है। महुलियाटांड़ के रास्ते पहुंचाने का काम किया जाता है। स्थानीय ग्रामीणों की मानें तो इन शराब, छोवा एवं महुआ माफियाओं का सांठगांठ स्थानीय पुलिस से रहने के कारण धंधा पर प्रतिबंध नहीं लग पा रहा है। जिसके कारण इन गांवों में शराब निर्माण एवं बिक्री का धंधा काफी फल फूल रहा है। आम लोगों का जीना हराम हो रहा है। ग्रामीणों ने एसपी का ध्यान इस समस्या की ओर आकृष्ट कराते हुए धंधे पर प्रतिबंध लगाए जाने की मांग की है।


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