शिक्षक सबसे पहले श्यामपट्ट पर शीर्षक बड़े अक्षरों में लिखें
गया । इनरव्हील क्लब ऑफ गया के बैनर तले रेनेसांस में बुधवार को टीचर्स ट्रेनिंग वर्कशॉप 'मंथन
गया । इनरव्हील क्लब ऑफ गया के बैनर तले रेनेसांस में बुधवार को टीचर्स ट्रेनिंग वर्कशॉप 'मंथन' का आयोजन किया गया। इसकी अध्यक्षता क्लब की अध्यक्षा सीमा भदानी ने की। वर्कशॉप में गया कॉलेज के बीएड विभाग के विभागाध्यक्ष डॉ. धनंजय कुमार धीरज ने शिक्षकों से कहा कि किस तरह से बच्चों के कक्षा को रोचक बनाया जाए, जिससे सिखाए गए विषय को अच्छी तरह से ग्रहण कर सके। इसके लिए विभिन्न रंगों के चौक का इस्तेमाल करें। विभिन्न वस्तुओं के प्रयोग द्वारा प्रायोगिक शिक्षा दें। उन्होंने बताया कि उदाहरण, स्लोगन, कोटेशन द्वारा विषय को नीरस होने से बचा सकते हैं। शिक्षक सबसे पहले श्यामपट्ट पर विषय का शीर्षक बड़े अक्षरों में लिखें। दो शब्दों और वाक्यों की दूरी भी समान होनी चाहिए। श्यामपट्ट के निचले हिस्से को छोड़ देना चाहिए। उन्होंने बताया कि शिक्षण का उद्देश्य अपेक्षित व्यवहारिक परिवर्तन लाना है। इसमें ज्ञान, अवबोध, अनुपयोग, विश्लेषण, समायोजन, सृजनात्मक पठित पाठ का समायोजन और सृजन जो कर लेता है। उसे रीयल हेडिंग कहते हैं। वर्कशॉप में मध्य विद्यालय घुघरीटांड, गया मध्य विद्यालय, गया +2 उच्च विद्यालय, रामचंद्र सिंह बनवाली बाबा उच्च विद्यालय, मध्य विद्यालय कलेर, न्यू मध्य विद्यालय चांदचौरा, मध्य विद्यालय हरिओ, मध्य विद्यालय विशुनगंज, मध्य विद्यालय धनावां, मध्य विद्यालय शहमीर तकिया, टी मॉडल हाफ टाइम मध्य विद्यालय एवं सेंट थॉमस इंग्लिश स्कूल एवं श्रीशिक्षा निकेतन के 40 शिक्षक-शिक्षिकाएं शामिल हुए।
इस मौके पर क्लब की उपाध्यक्षा भावना सिंह, अंजना पोद्दार, मीरा वर्मा, गीता अग्रवाल, रीतू डालमिया, डॉ. मंजू सिन्हा, उषाराज मीनाक्षी भदानी, पूनम भदानी, विम्मी लोहानी, तृप्ति गुप्ता, शीतल गुप्ता एवं नीति भदानी आदि मौजूद थे।