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बन्‍नों को हल्‍दी चंदन उबटन लगाओ रे... ऐसा करें जरूर लेकिन कोरोना के खतरे का भी रखें ध्‍यान

लग्‍न का मौसम शुरू हाे गया है लेकिन कोरोना की वजह से उत्‍साह पर भी जैसे पाबंदी लगी हुई है। ऐसे में सभी के लिए सावधानी जरूरी है। खासकर बन्‍नों को उबटन लगाते समय या अन्‍य रस्‍मों के समय कोरेाना के खतरे को ध्‍यान में रखें।

By Vyas ChandraEdited By: Published: Fri, 23 Apr 2021 08:06 AM (IST)Updated: Fri, 23 Apr 2021 08:06 AM (IST)
बन्‍नों को हल्‍दी चंदन उबटन लगाओ रे... ऐसा करें जरूर लेकिन कोरोना के खतरे का भी रखें ध्‍यान
दुल्‍हन को लगाने के तैयार हो रहा उबटन। जागरण

गया, जागरण संवाददाता। शादी-ब्याह का लग्‍न शुरू हो गया है। जगह-जगह शहनाइयों की धुन सुनाई पड़ रही है। रंग-बिरंगी लाइट से हर तरफ रौनक बिखर रही है। विवाह रस्मों से जुड़े गीत से घर-आंगन में खुशियां दौड़ रही है। छोटे बच्चों से लेकर महिलाएं, युवा सभी अपने घर में दुल्हा-दुल्हन के स्वागत में व्यस्त हो गए हैं। रिश्तेदाराें का घरों में आना भी शुरू हो गया है। इस बीच हर जगह अपना पांव पसार चुके कोरोना संक्रमण लोगों को सावधान भी कर रहा है। जिला प्रशासन भी जिलेवासियों से शादी-समारोह में कोरोना से बचाव को लेकर हर तरह के एहतिआत बरतने की अपील कर रहा है।

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मटकोर से शुरू हुआ रिवाज रिसेप्सन तक जारी रहता

मगध क्षेत्र में गया समेत आसपास के जिलों में शादी का रस्म आमतौर पर मटकाेर से शुरू हो जाता है। इसके साथ ही हर दिन कुछ न कुछ रस्म अदायगी जरूर होते हैं। दाल दोहय, मड़वाछावन, चुमावन, हल्दी-कलश, देव-पूजन, वंशरोपन, घृतढारी से लेकर बारात आगमन और फिर मंडप में वैदिक मंत्रोच्चार के साथ कन्या दान से लेकर सिंदूर की हर रस्म पूरी की जाती हैं। विवाह के बाद अगले दो-तीन दिन में रिसेप्सन समारोह होता है। जिसमें परिवार समेत बड़ी संख्या में शुभेच्छु लोग वर-वधु को आशीर्वाद देने पहुंचते हैं। इनमें पुरुषों के साथ ही महिलाएं पूरे उत्साह के साथ शरीक होती हैं।

हल्दी का उबटन लगाने से लेकर चढ़ाने तक में रखें चौकसी

हल्दी का उबटन लगाने से लेकर मंडप में हल्दी चढ़ाने तक के रस्म में चौकसी बरतनी जरूरी है। बाहर के लोग हों या घर-परिवार के सदस्य। दुल्हा-दुल्हन के समीप जाने से पहले हर तरह की सावधानी जरूरी है। हल्दी चढ़ाने से पहले अपने हाथों को साबुन से अच्छी तरह से धो लें। उबटन लगाने के बाद हाथ को साफ करें। कोशिश करें कि कम से कम लोग ही उबटन में शामिल हों। इसी तरह से अन्य रस्मों में भी कम से कम लोग शामिल हों।

प्रशासन की सलाह: 100 से अधिक भीड़ नहीं हों इसका रखें ध्यान

गया सदर एसडीओ इंद्रवीर कुमार ने कहा कि सरकार ने कोरोना संक्रमण काे लेकर शादियों में 100 लोगों तक ही जुटने की इजाजत दी है। यह संख्या भी एक साथ एक जगह पर नहीं जुटें। कोशिश करें कि सभी लोग मास्क पहनकर रहें। शारीरिक दूरी का पूरा ख्याल रखें। समारोह में बुजुर्गों, छोटे बच्चों, गर्भवती की सेहत को लेकर अधिक ध्यान रखें। आपाधापी करने से बचें।

शादी समारोह में ऐसे बरतें सावधानी

  • घर-परिवार में शारीरिक दूरी का पालन जरूर करें
  • बातचीत में एकदम से नजदीक से बात करने के बजाय दूर से ही बात करें
  • हर पल मास्क पहनें हुए रहें। नाक और मुंह को मास्क से अच्छी तरह से कवर करें
  • बारात में वरमाला के समय अधिक भीड़ हो जाती है, यहां दूर रहकर ही वरमाला को देखें
  • बारात में नाचने-गाने के दौरान सबसे अधिक चौकसी रखें।
  • खाने के पंगत में दूरी का पालन जरूर करें।
  • पूरे समारोह में समय-समय पर हाथों को साबुन से जरूर धोएं। सैनिटाइजर की पर्याप्त व्यवस्था रखें।

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