कोरोना में साफ-सफाई पर विशेष ध्यान की दी जाती नसीहत, लेकिन यहां की गंदगी पर किसी की नजर नहीं
कोरोना काल में साफ-सफाई की विशेष नसीहत दी जाती है लेकिन कैमूर के कुदरा में इसका पालन नहीं किया जा रहा। पंचायत भवन के पास गंदगी की भरमार है। लेकिन इसे देखने वाला कोई नहीं है। इस कारण आमलोग परेशान हैं।
संवाद सूत्र, कुदरा (कैमूर)। कुदरा को नगर पंचायत बनाए जाने की सरकार की घोषणा के बाद भी स्वच्छता व सफाई के मामले में अभी कोई सुधार होता नहीं दिख रहा है। नगर पंचायत में समाहित होने वाली ग्राम पंचायत जहानाबाद के पंचायत भवन के आसपास की गंदगी लोगों को परेशान कर रही है। गंदगी से परेशान नागरिकों ने ग्राम पंचायत की मुखिया मीरा देवी से पंचायत भवन के आसपास सफाई कराने की मांग की है। दीनानाथ चौधरी, गाजू पासवान, आनन्द सेठ, अंकित गुप्ता, भीम सेठ आदि ने यह मांग रखी है। उन्होंने बताया कि इस संबंध में उन लोगों ने मुखिया के प्रतिनिधि उपेंद्र प्रसाद से मिलकर आवेदन दिया। आवेदन की प्रतिलिपि प्रखंड विकास पदाधिकारी को भी दी गई है।
आसपास हैं कई ऐतिहासिक व धार्मिक स्थल
लोगों ने बताया कि पंचायत भवन के पास सफाई की स्थिति बेहद खराब है। सड़कों के किनारे गंदगी का ढेर जमा हैं। पंचायत भवन के पास मां काली के प्राचीन मंदिर के अलावा ऐतिहासिक रामलीला मैदान, जगन्नाथ मंदिर, आदि शक्ति कंकाली मां मंदिर, संत रविदास मंदिर जैसे कई महत्वपूर्ण स्थल स्थित हैं। लेकिन मजबूरी है कि इन्हीं गंदगी के बीच से होकर वहां जाना होता है। पंचायत भवन में होने वाले वैवाहिक आयोजनों में शामिल लोग कचरा आसपास फेंक देते हैं। वहीं संत रविदास मंदिर के प्रांगण के पीछे पश्चिमी मार्ग पर भी गंदगी का अंबार लगा है। सफाई नहीं होने और नालियों की अच्छी व्यवस्था न होने के चलते गंदा पानी सड़क पर फैलता है और उसमें मच्छर पनपते हैं। इससे मलेरिया जैसी बीमारियों के होने का खतरा बना हुआ है। इससे पंचायत भवन के आसपास रहने वाले लोगों में संक्रामक बीमारियों के फैलने का डर बना हुआ है। लोगाें का कहना है कि एक ओर कोरोना में विशेष साफ-सफाई की नसीहत दी जाती है। लेकिन यहां की स्थिति ऐसी है जो नसीहतों को ताक पर रखती नजर आ रही है।