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5783 की जांच में सात की रिपोर्ट पाजिटिव

गया सोमवार को जिले भर में सात नए कोरोना संक्रमित मरीज मिले। जिले में 5783 लोगों की कोविड-19 की जांच के लिए सैंपल लिया गया। इनमें से सात पॉजिटिव पाए गए। शेष सभी की रिपोर्ट निगेटिव पाई गई। रैपिड एंटीजन की जांच में दो पॉजिटिव मिले हैं। वहीं ट्रूनैट में सर्वाधिक चार की जांच रिपोर्ट पॉजिटिव आई।

By JagranEdited By: Published: Tue, 15 Jun 2021 12:45 AM (IST)Updated: Tue, 15 Jun 2021 12:45 AM (IST)
5783 की जांच में सात की रिपोर्ट पाजिटिव
5783 की जांच में सात की रिपोर्ट पाजिटिव

गया: सोमवार को जिले भर में सात नए कोरोना संक्रमित मरीज मिले। जिले में 5783 लोगों की कोविड-19 की जांच के लिए सैंपल लिया गया। इनमें से सात पॉजिटिव पाए गए। शेष सभी की रिपोर्ट निगेटिव पाई गई। रैपिड एंटीजन की जांच में दो पॉजिटिव मिले हैं। वहीं ट्रूनैट में सर्वाधिक चार की जांच रिपोर्ट पॉजिटिव आई। आरटीपीसीआर की जांच में एक की रिपोर्ट पॉजिटिव आई। इधर, शहर में 37 लोगों की जांच की गई। सीताकुंड इलाके में इनकी जांच की गई। अच्छी बात यह रही कि सभी की रिपोर्ट निगेटिव आई। वहीं सात लोगों का सैंपल आरटीपीसीआर की जांच के लिए लिया गया। फिल्ड मे जाकर कोविड-19 की जांच करने वालों में लैब टेक्नीशियन इंद्रमोहन कुमार,एएनएम नीतू कुमारी और यूनिसेफ बीएमसी नीरज कुमार अम्बष्ट शामिल रहे।

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मगध मेडिकल के आईसीयू में भर्ती हैं 11 मरीज

-सोमवार को मगध मेडिकल अस्पताल में एक संदिग्ध पुरुष मरीज की मौत हो गई। इलाज के दौरान उसने दम तोड़ा। उनकी कोरोना रिपोर्ट फिलहाल पॉजिटिव नहीं बताई गई है। इधर, मेडिकल बुलेटिन के अनुसार मेडिकल अस्पताल में 31 मरीज भर्ती हैं। बाइपेप पर 3 मरीज का इलाज किया जा रहा है। वहीं आईसीयू में 11 मरीज इलाजरत हैं। सोमवार को एक नए मरीज की भर्ती ली गई। वहीं एक मरीज स्वस्थ होकर घर लौटे।

ऑक्सीजन प्लांट में लगेगा दो सौ केवी का ट्रांसफार्मर: टिकारी

अनुमंडलीय अस्पताल में पीएम केयर फंड से स्थापित किए जा रहे ऑक्सीजन प्लांट के संवहालां के लिए 200 केवीए का बिजली ट्रांसफॉर्मर लगाया जाएगा। इस हेतु विभागीय कार्रवाई शुरू कर दी गई है। ट्रांसफॉर्मर लगाने के लिए ट्रांसफॉर्मर, बिजली पोल, तार समेत सभी उपकरण, मजदूरी आदि का प्राक्कलन तैयार कर अस्पताल प्रशासन को दिया गया है। अस्पताल प्रशासन द्वारा उक्त राशि का भुगतान करने के बाद ही बिजली विभाग द्वारा आगे का कार्य किया जाएगा। अस्पताल सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार बिजली विभाग द्वारा दिये गए पत्र को जिला अस्पताल प्रशासन को भेज दिया गया है। ऑक्सीजन प्लांट के लिए अलग से ट्रांसफॉर्मर लगाया जाना जरूरी बताया गया है। इधर ऑक्सीजन प्लांट लगाने का कार्य करा रहे एक अधिकारी ने बताया कि प्लांट का सिविल वर्क का काम समाप्त हो चुका है और इसकी सूचना अस्पताल प्रबंधन को दे दी गई है। सिविल वर्क के बाद तैयार शेड में ऑक्सीजन प्लांट का मशीन लगाने का कार्य अब योजना के दूसरी एजेंसी को करनी है। कुल मिलाकर कहा जा सकता है कि जिस ऑक्सीजन प्लांट को एक सप्ताह के अंदर चालू करने की तमाम अधिकारियों ने घोषणा की थी उसपर पानी फिरता नजर आ रहा है।


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