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दरभंगा बम विस्‍फोट के बाद महाबोधि मंदिर की सुरक्षा बढ़ी, बोधगया सीरियल ब्‍लास्‍ट से दहल चुका बिहार

सात जुलाई 2013 को महाबोधी मंदिर परिसर में एक के बाद एक दस बम विस्फोट हुए थे। बोधगया युनेस्को विश्व विरासत स्थल है। सीरिलय ब्‍लास्‍ट में दो भिक्षुओं सहित पांच लोगों की जान चली गई थी। दरभंगा बम ब्‍लास्‍ट के बाद गया में इसलिए बरती जा रही चौकसी।

By Prashant KumarEdited By: Published: Tue, 29 Jun 2021 11:46 AM (IST)Updated: Tue, 29 Jun 2021 11:46 AM (IST)
महाबोधि मंदिर के प्रवेश द्वार पर लगी स्‍कैनर मशीन की जांच करते सिटी एसपी राकेश कुमार। जागरण।

गया, जागरण संवाददाता। दरभंगा बम ब्लास्ट के बाद बोधगया में भी चौकसी व सुरक्षा बढ़ा दी गई है। पहले से आतंकी के निशाने पर बोधगया का महाबोधि मंदिर रहा है। सोमवार की देर शाम मंदिर की सुरक्षा की बारीकी से जांच करने के लिए नगर आरक्षी अधीक्षक राकेश कुमार पहुंचे। उन्होंने मंदिर की सुरक्षा में लगे पदाधिकारी व जवानों से बातचीत की। सुरक्षा की हर पहलू पर जांच की।

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मंदिर के प्रवेश और निकास पर लगे सीसीटीवी कैमरे की जांच की गई। जांच उपरांत सिटी एसपी ने बताया कि मंदिर में सुरक्षा व्यवस्था अचूक है। सुरक्षा में बीएमपी के पांच कंपनी पहले से लगी हुई है। समय-समय पर सुरक्षा की बारीकी से जांच की जाती है। इसके लिए मंदिर सुरक्षा हेतु इंस्पेक्टर रैंक के पदाधिकारी को लगाया गया है। खुद डीएसपी और थानाध्यक्ष भी प्रतिदिन सुरक्षा व्यवस्था का जायजा लेते हैं।

उन्होंने बताया कि बीटीएमसी के द्वारा मंदिर परिसर के द्वार पर एक स्केनर लगाया गया जो लगेज की जांच करता है। मंदिर की सुरक्षा में 24 घंटे जवान तैनात हैं। जानकारी हो कि बोधगया पहले से आतंकी के निशाने पर रहा है बीते वर्ष बीते 2012 में बोधगया के महाबोधि मंदिर में सीरियल बम ब्लास्ट हुआ था। जिसमें दो बौद्ध भिक्षु जख्मी हुए थे। उसके बाद से गया और मानपुर में कई आतंकी संगठन से जुड़े स्लीपर सेल के सक्रिय कार्यकर्ता मिले थे। उसके बाद से पुलिस की चौकसी बढ़ा दी गई थी।

अभी हाल में ही बिहार के दरभंगा में फसल पार्सल बम ब्लास्ट के बाद लगातार महाबोधि मंदिर की सुरक्षा का जायजा लिया जा रहा है। कभी मगध रेंज के आईजी अमित लोढ़ा तो कभी नगर पुलिस अधीक्षक राकेश कुमार सुरक्षा व्यवस्था का जायजा ले रहे हैं। विदित हो कि महाबोधि मंदिर विश्व धरोहर की श्रेणी में शामिल है जहां देश ही नहीं, बल्कि विदेशों से भी श्रद्धालु यहां भगवान बुद्ध को नमन करने आते हैं। कोरोना काल को देखते हुए महाबोधि मंदिर बंद है श्रद्धालुओं का प्रवेश वर्जित है फिर भी सुरक्षा में लगे जवान पूरी तरह मुस्तैद और तैयार है।

गौरतलब है कि सात जुलाई 2013 को महाबोधी मंदिर परिसर में एक के बाद एक दस बम विस्फोट हुए थे। बोधगया युनेस्को विश्व विरासत स्थल है। सीरिलय ब्‍लास्‍ट में दो भिक्षुओं सहित पांच लोगों की जान चली गई थी। इसके बाद गया के विभिन्न स्थानों पर बम निरोधक दस्ते ने तीन अन्य केन बम डिफ्यूज किए थे।


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