चिरियामा में आने से पहले दम तोड़ देती हैं योजनाएं
पृष्ठ-4, फोटो- 20 संवाद सूत्र, अतरी : सुदूर इलाके में पहाड़ियों के बीच बसे टेटुआ पंचायत का चिरियाम
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संवाद सूत्र, अतरी : सुदूर इलाके में पहाड़ियों के बीच बसे टेटुआ पंचायत का चिरियामा गांव आज भी बुनियादी सुविधाओं से वंचित है। पहाड़ियों की तलहटी में बसे इस गाव में लगभग 150 घर हैं। आबादी 1500 से कुछ ज्यादा ही है।
कल्याणकारी योजनाएं यहां आने से पहले ही दम तोड़ देती हैं। शिक्षा के नाम पर एक स्कूल है, पर सिर्फ कहने भर को। गांव के लोगों की हालत गर्मी में खराब हो जाती है, जब उन्हें पानी के लिए मशक्कत करनी पड़ती है। पानी की समस्या की वजह से विद्यालय में एमडीएम योजना प्रभावित होती है। वृद्ध और महिलाओं की संख्या अधिक है, पर किसी को भी सामाजिक सुरक्षा योजना के तहत पेंशन नहीं मिलती है।
कोई बीमार पड़ जाए तो पैदल ही ढोकर प्रखंड मुख्यालय ले जाते हैं। यहां चिकित्सा की कोई सुविधा नहीं है।
चिरियावा के 80 वर्षीय ग्रामीण हरिद्वार सिंह बताते हैं कि यहां विकास की कोई रोशनी नहीं पहुंची। आजादी के बाद से ऐसे ही देख रहे हैं। राजनंदन सिंह कहते हैं कि मूलभूत सुविधा नहीं होने के कारण ही गाव के कई लोग यहां से पलायन कर गए हैं। कई पलायन को मजबूर हैं। सड़क निर्माण के लिए कई बार आंदोलन किया गया, लेकिन कौन सुनता है।
नीमचक बथानी के ग्रामीण विकास विभाग के अधिकारी बिंदु रजक ने बताया कि वन विभाग से एनओसी नही मिला, जिसके कारण कार्य सड़क निर्माण का कार्य बाधित है। वहीं, जिला वन पदाधिकारी ने एक ग्रामीण द्वारा आरटीआई के तहत मांगी गई जानकारी पर बताया है कि ग्रामीण विकास विभाग से अब तक एनओसी के लिए कोई पत्र उन्हें प्राप्त नहीं हुआ है। सड़क निर्माण का मामला दोनों विभागों के बीच फंसा हुआ है।