मगध मेडिकल कॉलेज में सरस्वती पूजा को लेकर बन रही इको फ्रेंडली प्रतिमा
गया। वसंत पंचमी का पर्व अब नजदीक है। इसको लेकर लोगों में उत्साह है। विद्या की अधिष्ठात्री देवी
गया। वसंत पंचमी का पर्व अब नजदीक है। इसको लेकर लोगों में उत्साह है। विद्या की अधिष्ठात्री देवी मां सरस्वती की पूजा के लिए जगह-जगह प्रतिमाएं बनाई जा रही हैं। शहर के मगध मेडिकल कॉलेज एंड अस्पताल में भी इस बार भक्तिमयी माहौल में सरस्वती पूजा की तैयारी हो रही है। मेडिकल की लाइब्रेरी के पास प्रतिमा स्थापित की जाएगी। इसके लिए इको फ्रेंडली (पर्यावरण के अनुकूल) प्रतिमा बनाई जा रही है। इस प्रतिमा को बनाने में मेडिकल के इंटर्न डॉ. प्रदीप विनायक पूरी तन्मयता से जुटे हैं। यह प्रतिमा बागेश्वरी गुमटी (रेल क्रॉसिंग) के पास बनाई जा रही है। 13 फीट ऊंची प्रतिमा को बनाने का कार्य 10 दिनों से चल रहा है। इस प्रतिमा को बनाने के लिए प्रदीप हर दिन अपने कार्यो के बीच से समय निकाल लेते हैं। प्रदीप बताते हैं, वह दिन में दो बजे से रात आठ बजे तक प्रतिमा बनाते हैं। इसमें उनके साथी बब्लू व धु्रव भी सहयोग करते हैं।
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प्रतिमा निर्माण के लिए पटना के गंगा घाट से आई तीन बोरी मिट्टी :
-मां सरस्वती की प्रतिमा बनाने के लिए पटना के गंगा घाट से तीन बोरी मिट्टी लाई गई है। इसके अलावा जूट का बोरा और बांस व लकड़ी का प्रयोग किया गया है। प्रतिमा को रंगने के लिए कोलकाता से खास रंग लाया जा रहा है। प्रदीप कहते हैं कि प्रतिमाओं का जब विसर्जन हो तो जलीय जीवों को कोई नुकसान नहीं पहुंचे, इसे ध्यान में रखकर ही इको फ्रेंडली प्रतिमा बना रहे हैं। साथ ही जल-जीवन-हरियाली अभियान भी मन में है। मेडिकल कॉलेज में साल 2016 में भी इस तरह की इको फ्रेंडली प्रतिमा बनी थी।