नेताओं ने पीडि़ता से कहा- मीडिया को सुनाओ रेप का किस्सा, वीडियो वायरल
गया सामूहिक दुष्कर्म पीड़िता को परेशान करने और जबरन उसे गाड़ी से उतरवाकर उसके साथ फोटो खींचने के आरोप में राजद के नेताओं पर अस्पताल थाने में केस दर्ज कराया गया है।
गया [जेएनएन]। सामूहिक दुष्कर्म कांड की पीडि़ता का एक वीडियो वायरल हो रहा जिसमें वह डरी-सहमी है और उसे गाड़ी से नीचे जबरन उतारकर उसके साथ फोटो खिंचवाने की होड़ लगी हुई है। इस मामले में वीडियो सामने आने के बाद एसएसपी राजीव मिश्रा के निर्देश पर मेडिकल थाना में एफआईआर दर्ज किया गया है।
पुलिस ने इस मामले में राजद के छह नामजद समेत कई अज्ञात नेताओं के खिलाफ भी मामला दर्ज कराया है।बिहार के पूर्व मंत्री आलोक मेहता, विधायक सुरेन्द्र यादव, राजद के जिलाध्यक्ष, प्रदेश और जिला की महिला विंग की अध्यक्ष, इन सबके विरुद्ध मामला दर्ज किया गया है।
पुलिस ने ये मामला रेप पीड़िता की पहचान जाहिर करने और जबरदस्ती फोटो खिंचवाने के मामले दर्ज किया है।इससे पहले गया के एसएसपी राजीव मिश्रा ने बताया था कि एएनएमसीएच में मेडिकल जांच के लिये गयी नाबालिग पीड़िता को पुलिस गाड़ी से जबरदस्ती नीचे उतार कर उसके साथ फोटो खिंचवाने के मामले में पुलिस कार्रवाई करेगी।
एसएसपी ने बताया कि सर्वोच्च न्यायालय का ऐसे मामलों में पीडि़ता की पहचान उजागर नहीं करने का सख्त आदेश है, जिसका उल्लंघन किया गया है। कुछ नेताओं ने न्यायालय के उस आदेश का उल्लंघन करते हुए शुक्रवार को अनुग्रह नारायण मगध मेडिकल कॉलेज सह अस्पताल परिसर में पीडि़ता को पुलिस की गाड़ी से जबरन उतार कर हंगामा किया।
एसएसपी ने बताया कि वह गाड़ी से उतरने के लिए तैयार नहीं थी। इसका वीडियो वायरल हुआ है। उस वीडियो को उन्होंने स्वयं देखा है। इस पर पुलिस ने संज्ञान लिया है। एसएसपी ने कहा कि वीडियो में जो भी राजनेता दिख रहे हैं, उन सभी पर प्राथमिकी दर्ज की गई है।
पीडि़ता डरी-सहमी थी। उसकी सुरक्षा के सवाल पर कहा कि दो महिला सुरक्षाकर्मियों को प्रतिनियुक्त किया गया है। दूर से सादी वर्दी में सुरक्षाकर्मी उसके घर के आसपास मौजूद रहेंगे, ताकि आरोपित किसी और और घटना को अंजाम नहीं दे सके। पीडि़ता ने आरोपितों का जो हुलिया बताया है उसके आधार पर गिरफ्तारी हुई है। सभी की टीआई परेड कराई जाएगी।