बोधगया में एक वर्ष बाद एटीएम काटने की वारदात की पुनरावृत्ति
बोधगया में एटीएम काटने की घटना की पुनरावृत्ति लगभग एक वर्ष बाद शुक्रवार की देर रात हुई। इस बार अपराधी एक घंटे में एटीएम काटकर 25 लाख 72 हजार रुपये लूट ले गए। पुलिस को मिली सीसीटीवी फुटेज में अपराधियों एटीएम काटते तीन-चार अपराधी दिख रहे हैं जो चेहरा को ढके हैं।
गया । बोधगया में एटीएम काटने की घटना की पुनरावृत्ति लगभग एक वर्ष बाद शुक्रवार की देर रात हुई। इस बार अपराधी एक घंटे में एटीएम काटकर 25 लाख 72 हजार रुपये लूट ले गए। पुलिस को मिली सीसीटीवी फुटेज में अपराधियों एटीएम काटते तीन-चार अपराधी दिख रहे हैं, जो चेहरा को ढके हैं। अपराधियों ने घटना को अंजाम आधी रात 12:30 से 1:30 बजे के बीच दिया। पिछले वर्ष सेंट्रल बैंक ऑफ इंडिया के एटीएम काटकर राशि लूटने का अपराधियों का प्रयास विफल हो गया था। उस वक्त एटीएम में 3.21 लाख रुपये थे। इसके पीछे एटीएम में लगे सीसीटीवी मॉनीटरिग सिस्टम का था। सिस्टम के कारण एटीएम से छेड़छाड़ की सूचना मुंबई स्थित कंट्रोल रूम को मिली थी, जहां से पुलिस को सूचना दी गई। पुलिस सक्रिय होती, तब तक अपराधी भागने में सफल हो गए थे और एटीएम में रखा तीन लाख 21 हजार पांच सौ रुपये लूटने से बच गया था। सेंट्रल बैंक में घटित घटना के महज कुछ दिन पहले ही बोधगया थाना क्षेत्र के बोधगया-इटवां मार्ग पर पुलिस ने एक इनोवा वाहन पर लदा एक एटीएम बरामद की थी। जो स्टेट बैंक ऑफ इंडिया का था। शुक्रवार की देर रात पुन: अपराधियों ने स्टेट बैंक ऑफ इंडिया के दोमुहान के पास धंधवा मोड़ पर निजी मकान में संचालित एटीएम को निशाना बनाया और भारी रकम लूटने में सफल रहा। हालांकि यह एटीएम बैंक द्वारा एक निजी एजेंसी को संचालन के लिए दिया गया था। जहां कोई गार्ड की तैनाती नहीं थी। अपराधियों ने एटीएम के शटर को अंदर से बंद कर घटना को अंजाम दिया ताकि गैस कटर से एटीएम काटने की आवाज बाहर न जाए। आसपास के लोगों ने बताया कि रात साढ़े दस बजे तक एटीएम का शटर खुला था। बोधगया थानाध्यक्ष मोहन प्रसाद सिंह ने बताया कि इस संबंध में एटीएम मेंटेनेंस करने वाली एजेंसी इपीएस के चैनल मैनेजर कुमार ज्ञानेश्वर के लिखित आवेदन पर अज्ञात के विरुद्ध प्राथमिकी दर्ज की गई है।
एटीएम लूट कांड से जुड़े आरोपितों को खोजें : एसएसपी
जागरण संवाददाता, गया : अपराध नियंत्रण को लेकर शनिवार को बैठक में एटीएम कांड का मामला उठा। बैठक की अध्यक्षता करते हुए वरीय पुलिस अधीक्षक राजीव मिश्रा ने कहा कि एटीएम कांड से जुड़े हर पहलू की जांच करें। जिले के जिस थाने में पिछले वर्षो में एटीएम कांड हुए हैं। उसमें शामिल आरोपितों की जांच करें। चाहे वे पकड़े गए थे, या फिर उनका नाम आया है। वैसे आरोपित के ठिकानों को चिह्नित करते हुए गिरफ्तारी करें। किसी भी हाल में एटीएम काड से जुड़े लोगों को बक्शा नहीं जाएगा। उन्होंने एसडीपीओ व थानाध्यक्ष को कहा कि अभी से ही इस कांड की जांच-पड़ताल शुरू कर दें। इसमें संलिप्तता की जांच कर अंजाम तक पहुंचाएं। वहीं, जनवरी में हुए अपराधों और उसके निष्पादन की समीक्षा की गई। इसमें कांडों के निष्पादन में सबसे खराब स्थिति विष्णुपद थानाध्यक्ष जयशंकर प्रसाद की रही। इनकी क्लास लगाते हुए कहा कि काडों की निष्पादन नहीं किया गया है। इनसे स्पष्टीकरण पूछा गया है।