मेमू ट्रेनों का नाम बदलकर रेलवे वसूल रहा दोगुना किराया
गया। कोरोना काल के बाद अब सरकार की ओर से लोगों को बाहर निकलने की पूरी छूट दे दी गई है। वहीं रेलवे अब भी एक्सप्रेस ट्रेनों का नाम और नंबर बदलकर यात्रियों से ज्यादा किराया वसूल रहा है।
गया। कोरोना काल के बाद अब सरकार की ओर से लोगों को बाहर निकलने की पूरी छूट दे दी गई है। वहीं रेलवे अब भी एक्सप्रेस ट्रेनों का नाम और नंबर बदलकर यात्रियों से ज्यादा किराया वसूल रहा है। यही हाल मेमू पैसेंजर ट्रेनों का है। पूर्व मध्य रेलवे जोन के अंतर्गत गया-पटना, गया-किऊल एवं गया-पीडीडीयू रेलखंड पर मेमू पैसेंजर ट्रेनों को स्पेशल के नाम पर दोगुना किराया वसूला जा रहा है।
गया से पटना के बीच चलने वाली नौ मेमू ट्रेनों का परिचालन होता था। इसमें अब मात्र दो ही चल रही हैं। सात मेमू ट्रेनों को स्पेशल के नाम पर चलाया जा रहा है। अब गया से पटना के लिए 25 की जगह 50 रुपये किराया लिया जा रहा है। गया से पटना की दूरी मात्र 100 किलोमीटर मात्र है।
इसी प्रकार गया से किऊल के बीच तीन जोड़ी मेमू पैसेंजर ट्रेनों का परिचालन हो रहा था। अब मात्र एक ही पैसेंजर है और दो पैसेंजर को स्पेशल बनाकर चलाई जा रही है। दोगुना किराया वसूला जा रहा है। साथ ही पूर्व मध्य रेलवे के डीडीयू मंडल को जाने वाली गया से तीन पैसेंजर ट्रेनें चल रही थीं। उसमें भी मात्र एक ही पैसेंजर ट्रेन चल रही है, जो गया से डीडीयू जंक्शन को सुबह 7:20 बजे चलती हैं। वहीं, शाम 6:25 बजे चलने वाली गया-डीडीयू मेमू पैसेंजर ट्रेन में स्पेशल का किराया लिया जा रहा है। गया होकर गुजरने वाली आसनसोल-वाराणसी मेमू पैसेंजर के यात्रियों से स्पेशल का किराया लिया जा रहा है।
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किराया लेने का निर्णय रेलवे बोर्ड का
रेलवे बोर्ड की ओर से कोरोना काल में ट्रेनों को स्पेशल बनाकर चलाने का निर्णय लिया गया है। जिन ट्रेनों का किराया अधिक लिया जा रहा है। वह स्पेशल और पूजा स्पेशल ट्रेनें हैं। मेमू ट्रेनों को स्पेशल बनाकर चलाने का निर्णय रेलवे बोर्ड का है। रेलवे बोर्ड के द्वारा ही भाड़ा से संबंधित घटाने और बढ़ाने का निर्णय लिया जाता है।
राजेश कुमार, सीपीआरओ पूर्व मध्य रेलवे हाजीपुर।