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मुख्‍यमंत्री जी, समर्थन मूल्‍य पर और समय से करवाएं धान की खरीदारी, इस वर्ष गया में हुई है अच्‍छी पैदावार

औरंगाबाद के सांसद सुशील कुमार सिंह ने समर्थन मूल्‍य पर और समय से धान की खरीद शुरू कराने का आग्रह मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को पत्र लिखकर किया है। उन्‍होंने कहा कि खरीद के नाम पर जो डाटा दिखाया जाता है वह सही नहीं होता।

By Edited By: Published: Tue, 24 Nov 2020 08:01 AM (IST)Updated: Tue, 24 Nov 2020 08:27 AM (IST)
मुख्‍यमंत्री जी, समर्थन मूल्‍य पर और समय से करवाएं धान की खरीदारी, इस वर्ष गया में हुई है अच्‍छी पैदावार
औरंगाबाद के सांसद सुशील कुमार सिंह। जागरण आर्काइव

जेएनएन, गया। औरंगाबाद के सांसद सुशील कुमार सिंह ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को पत्र लिखकर किसानों से समर्थन मूल्य पर धान की खरीदारी कराए जाने का आग्रह किया है। उनका मानना है कि इस वर्ष गया जिले में धान की पैदावार अच्छी हुई है। लेकिन इसका लाभ किसानों को तभी मिलेगा जब उनका शत-प्रतिशत धान न्यूनतम समर्थन मूल्य पर सरकारी एजेंसी खरीद लेगी।

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सांसद ने कहा कि पूर्व में ऐसा अनुभव रहा है कि सरकारी धान खरीद का लक्ष्य पूरा दिखा दिया जाता है, लेकिन किसानों का धान एमएसपी पर नहीं खरीद होता बल्कि बिचौलिया इसका फायदा उठा लेते हैं। खरीद के शुरुआती महीने में जब किसानों का धान तैयार होता है तो वे खुले बाजार में औने पौने दामों पर धान बेचने को विवश होते हैं। इस बात से पता चलता है कि खरीद के शुरुआती महीने में जब किसानों का धान तैयार होता है उस समय धान की खरीदारी बहुत ही कम (10 से 20) फीसदी हो पाती है। जब किसान ओने पौने दाम पर पैसे की आवश्यकता के कारण अगले फसल के लिए खाद बीज बच्चों की शादी, पढ़ाई आदि खर्च के लिए धान बेचते हैं। इस दौरान जब किसानों के पास धान नहीं बच पाता तब मार्च के बाद अप्रैल महीने से में 85 से 100 फीसदी धान की खरीद दिखाई जाती है। उन्होंने कहा कि इस कमी को सुधारने की आवश्यकता है और यह तभी संभव है जब दिसंबर महीने से कम से कम 50 फीसदी और जनवरी में 30 फीसदी यानी कुल 80 फीसदी धान की खरीद हो जाए। बाकी का 20 प्रतिशत अंतिम महीने में खरीद किया जा सके। सरकार ने 18 सौ 68 रुपये प्रति क्विंटल धान का दर निर्धारित की है। वहीं, धान क्रय शुरू नहीं होने की स्थिति में किसान एक हजार से बारह सौ रुपये क्‍िवंटल की दर से धान बेचने को विवश हैं।


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