बेटी की शादी और भाई को चुनाव लड़वाने के लिए लूटा था नवादा में बैंक, अपराधियों की स्वीकारोक्ति से पुलिस भी हैरान
नवादा के दक्षिण बिहार ग्रामीण बैंक में चार मार्च को हुई लूट मामले में पुलिस ने आठ लुटेरों को गिरफ्तार कर लिया है। उनके पास से रुपये कट्टे व लूट में प्रयुक्त बाइक बरामद की है। इन अपराधियों की स्वीकारोक्ति से पुलिस भी हैरान है।
नवादा, संवाद सहयोगी। जिले के नारदीगंज थाना क्षेत्र के बस्ती बिगहा में दक्षिण बिहार ग्रामीण बैंक (South Bihar Gramin Bank) में हुई लूट मामले का पर्दाफाश पुलिस ने कर दिया है। इस घटना में शामिल आठ अपराधियों को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। इसमें कुछ बातें ऐसी आई हैं जिससे पुलिसवाले भी हैरान हैं। एक लुटेरे ने लूट की राशि का इस्तेमाल बेटी की शादी में दहेज देने के लिए किया था। दूसरा अपने भाई को पंचायत चुनाव लड़वाना चाहता था। एक तो बाइक खरीदने शो रूम तक पहुंच गया। बताया जाता है कि पुलिस ने तीन देसी कट्टा, करीब चार लाख रुपये और घटना में प्रयुक्त अपाची बाइक भी बरामद की है।
पूरी तैयारी के साथ दर्जनभर से अधिक अपराधियों ने लूटा था बैंक
चार मार्च को अपराधियों ने दक्षिण बिहार ग्रामीण बैंक से 14 लाख रुपये से अध्ािक लूट लिए थे। बैंक लूटकांड में दर्जन भर से अधिक अपराधी शामिल थे। उनमें से छह अपराधी सीधे बैंक पहुंचे थे। उनके साथी अलग-अलग स्थानों से नजर रख रहे थे। लूट की घटना को अंजाम देने से पहले कई दिनों तक रेकी की गई थी। बैंक की सुरक्षा से लेकर पुलिस की गश्ती आदि के बारे में जानकारी जुटाई गई। उसके बाद वारदात को अंजाम दिया गया।
गिरफ्तारी को दस टीमें कर रही थी काम
घटना की गंभीरता को देखते हुए अलग-अलग दस टीमों का गठन किया था। एसपी धुरत सायली सावलाराम स्वयं पूरी कार्रवाई की मॉनीटरिंग कर रही थीं। टीम में सदर एसडीपीओ उपेंद्र प्रसाद, पकरीबरावां एसडीपीओ मुकेश कुमार साहा सहित नारदीगंज, हिसुआ, नरहट, कौआकोल, वारिसलीगंज, काशीचक, पकरीबरावां, गोङ्क्षवदपुर, सीतामढ़ी, मेसकौर समेत कई थानों के पुलिस पदाधिकारी को शामिल किया गया। तकनीकी जांच और खुफिया इनपुट के आधार पर सभी टीमें उसी दिन से ही छापेमारी कर रही थी। नवादा जिले के विभिन्न थाना क्षेत्रों के अलावा गया जिले में भी छापेमारी की गई। इसके अलावा पुलिस अपराधी को गिरफ्तार करने बंगाल तक गई।
पप्पू समेत चार लोग थे लाइनर की भूमिका में
गिरफ्त में आया सचौल गांव का पप्पू समेत चार लोग लाइनर की भूमिका में थे। पप्पू के अलावा महेश व राकेश लाइनर था। एक अन्य लाइनर अभी फरार है। पुलिस सूत्रों के मुताबिक, जल्द ही जेल भेजे गए अपराधियों को रिमांड पर लेकर दोबारा पूछताछ की जाएगी। मिल रही जानकारी के अनुसार, वारदात को अंजाम देने से पहले सभी अपराधी मालती दरियापुर स्थित राकेश उर्फ हरिओम शरण के पास ठहरे थे। वहीं भोजन करने के बाद वारदात को अंजाम देने निकले थे। बहरहाल, बैंक लूट का खुलासा पुलिस के लिए बड़ी उपलब्धि है।
डीआइयू की भूमिका रही अहम
बैंक लुटेरों की गिरफ्तारी में डीआइयू की भूमिका काफी अहम रही। तकनीकी जांच के जरिए डीआइयू के पदाधिकारियों ने लुटेरों तक पहुंचाने में बड़ी भूमिका निभाई। जिसके चलते विशेष टीम में शामिल पुलिस पदाधिकारियों को छापेमारी करने में कामयाबी मिल सकी।
चुनाव में खर्च करना था लूट का रकम
लूट की रकम का बंटवारा करने के बाद खर्च की जुगत भी लगा दी गई थी। परैया के दीपक रमानी का चचेरा भाई वार्ड सदस्य पद के लिए चुनाव लडऩे वाला था। चुनाव में भी लूट की रकम को खर्च करना था। इसके अलावा एक लुटेरा अपनी बेटी की शादी में खर्च करना चाह रहा था। जबकि एक ने बाइक खरीदने के लिए राशि खर्च कर दी थी। एसडीपीओ उपेंद्र प्रसाद ने बताया कि सभी गिरफ्तार बदमाशों को न्यायिक हिरासत में भेजा गया है। सभी को रिमांड पर लिया जाएगा। गिरोह का सरगना गया जिले का बिजली पासवान और राधे पासवान है। बिजली पर लूट, छिनतई व डकैती से जुड़े 40 से ज्यादा मामले दर्ज हैं।
लूट की राशि से पहुंच गया था बाइक खरीदने
गया से इनपुट मिलने के बाद पुलिस ने अपराधियों को दबोचा। एक अपराधी लूटी गई राशि का बंटवारा होने के बाद शोरूम में बाइक खरीदने गया पहुंचा था। गया में जैसे ही वह शोरूम से बाहर निकला, पुलिस ने उसे दबोच लिया। एसपी ने शुक्रवार को नारदीगंज थाना में करीब पांच घंटे तक रहकर अपराधियों से बारी-बारी से गहन पूछताछ की। गया जिले के दिनेश पासवान, राधे, विकास कुमार, अखिलेश चौधरी, बिजली समेत आठ लोगों को पकड़ा गया है। एक दिन पूर्व हिरासत में लिए गए कमलेश को मुक्त कर दिए जाने की सूचना है।