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Bihar Politics: पप्‍पू यादव के समर्थकों को नहींं मिल रही आंदोलन की जमीन, अब पानी का सहारा

पप्पू यादव के समर्थकों ने मंगलवार को गया के फल्गु नदी के पानी में उतरकर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार का विरोध किया। पानी में कुछ घंटे खड़े रहकर सरकार के खिलाफ अपनी बात रखी। कहा कि सरकार ने जानबूझकर उनकी गिरफ्तारी की है।

By Vyas ChandraEdited By: Published: Wed, 09 Jun 2021 08:45 AM (IST)Updated: Wed, 09 Jun 2021 08:45 AM (IST)
Bihar Politics: पप्‍पू यादव के समर्थकों को नहींं मिल रही आंदोलन की जमीन, अब पानी का सहारा
फल्‍गू नदी में खड़ा होकर रिहाई की मांग करते जाप कार्यकर्ता। जागरण

जागरण संवाददाता, गया। अपहरण के पुराने मामले में जेल भेजे गए जाप सुप्रीमो और पूर्व सांसद पप्‍पू यादव (Former MP Pappu Yadav) की रिहाई को लेकर आंदोलन का सिलसिला चल रहा है। इसी क्रम में मंगलवार को जाप कार्यकर्ताओं (JAP Workers) ने फल्‍गू नदी में उतरकर अपने नेता की रिहाई की मांग की। उनकी गिरफ्तारी के लिए मुख्‍यमंत्री नीतीश कुमार (Chief Minister Nitish Kumar) को जिम्‍मेदार ठहराया। पानी में उतरे जाप कार्ययकर्ताओं को देखकर एक पार्टी नेता ने तंज कसा कि आंदोलन की जमीन नहीं मिल रही तो पानी सहारा बना है।  कोरोना लॉकडाउन के कारण आंदोलन के लिए सही जमीन नहीं मिलने को लेकर पप्‍पू यादव के समर्थकों ने फल्‍गु नदी में जल सत्‍याग्रह किया। पानी में कुछ घंटे खड़े रहकर सरकार के खिलाफ अपनी बात रखी।

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पानी से लेकर जमीन तक करेंगे आंदोलन 

पार्टी के जिले में युवा राजीव कुमार कन्हैया कहते हैं कि मुख्‍यमंत्री नीतीश सरकार ने जानबूझकर पप्पू यादव को जेल में बंद कराया है। वह इसलिए कि कोरोना काल के दौरान राज्य में हो रही स्वास्थ्य विभाग की गड़बड़ी लोगों के सामने नहीं आए। इसी को लेकर इस तरह का कार्य किया गया है। कन्हैया कहते हैं कि पप्पू के चाहने वाले चुप नहीं बैठेंगे। जाप का आंदोलन पानी से लेकर जमीन तक होता रहेगा। जब तक उन्हें छोड़ा नहीं जाता। कन्हैया ने एम्बुलेंस प्रकरण की जांच कराने की मांग की है। कन्‍हैया ने कहा कि इस प्रकरण की पूरी तरह जांच हो तो सारी बातें सामने आ जाएंगी। कहा कि पप्‍पू यादव ने कोरोना काल में अपनी जान की परवाह नहीं करते हुए लोगों की मदद की। लेकिन जब सरकार की कुव्‍यवस्‍था की पोल खोलनी शुरू की तो यह मुख्‍यमंत्री को नागवार गुजरा और उन्‍हें पुराने मामले में जेल में बंद करा दिया। लेकिन इसे सारी जनता समझ चुकी है। इसलिए जब तक उन्‍हें रिहा नहीं किया जाता, हमारा आंदोलन जारी रहेगा। 


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