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पंचायत ओडीएफ मुक्त, 90 फीसद शौचालय मुकम्मल नहीं

स्वच्छ भारत मिशन व लोहिया स्वच्छता अभियान के तहत घोषित हो चुके सदर प्रखंड के कर्मा भगवान पंचायत की स्थिति बदहाल है।

By JagranEdited By: Published: Tue, 13 Apr 2021 04:48 PM (IST)Updated: Tue, 13 Apr 2021 04:48 PM (IST)
पंचायत ओडीएफ मुक्त, 90 फीसद शौचालय मुकम्मल नहीं
पंचायत ओडीएफ मुक्त, 90 फीसद शौचालय मुकम्मल नहीं

औरंगाबाद। स्वच्छ भारत मिशन व लोहिया स्वच्छता अभियान के तहत घोषित हो चुके सदर प्रखंड के कर्मा भगवान पंचायत की स्थिति बदहाल है। शौचालय को इज्जत व सम्मान घर का नाम देकर स्वच्छता अभियान को गति देने की कवायद महज कागजों पर ही दिखती है। इज्जत घर जिन्हें बनाने व संवारने की जिम्मेदारी थी, वो महज आंकड़ों में सरकार को खुश करने में जुटे हैं। प्रखंड को ओडीएफ घोषित होने के महीनों बाद भी लाभुकों को प्रोत्साहन राशि नहीं मिली। आंकड़ों में पूर्ण सैकड़ों शौचालय अब तक अधूरे पड़े हैं। अभियान की जमीनी हकीकत की पड़ताल दैनिक जागरण ने सोमवार को पंचायत पड़ताल के दौरान की तो कई अहम तथ्य सामने आए। ग्रामीणों ने बताया कि 14 हजार के आसपास की आबादी वाले इस गांव में शौचालय बनवाए गए हैं। लेकिन, हकीकत यह है कि 90 फीसदी से अधिक शौचालय मुकम्मल नहीं है। किसी शौचालय में दरवाजा नहीं, तो कहीं छत ही नहीं है। -------------------------------

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पैसा लेकर भाग गई काम करने आई एजेंसी

फोटो - 13 एयूआर 18

वार्ड सदस्य झरिमन पासवान ने बताया कि यहां 2016-17 में नल जल योजना में कार्य कराने के लिए 9 लाख 69 हजार रुपया मिला था। भव्या पाइप एजेंसी को कार्य कराने के लिए दिया गया। मुखिया बीरेंद्र राम एवं तत्कालीन पंचायत सचिव बटेश्वर राम के कहने पर कार्य कराने के पूर्व ही पांच लाख 75 हजार रुपये एजेंसी को दे दिया गया। कुछ ही दिन में थोड़ा सा काम कराकर कंपनी पैसे लेकर भाग गयी। पैसा लेकर भाग गया ठीकेदार

वार्ड छह का मामला और रोचक है। वार्ड सदस्य व्यास पासवान ने बताया कि 2016-17 में नल जल का कार्य कराने के लिए 10 लाख 24 हजार रुपया मिला था। मुखिया बीरेंद्र राम एवं तत्कालीन पंचायत सचिव बटेश्वर राम के कहने पर मदनपुर प्रखंड के एक ठीकेदार को कार्य कराने का जिम्मेदारी दी गई। मैंने दोनों के कहने पर ठेकेदार को सात लाख रुपया भुगतान कर दिया। ठीकेदार पाइप बिछाकर व टंकी के लिए भवन बनाकर भाग गया। पंचायत की अधिकांश सड़कें हैं कच्ची

पंचायत के सिमरिया, कर्मा, पकहा, बतवां समेत अन्य गांवों की सड़क की स्थिति काफी बदहाल है। यहां की सड़कें कच्ची हैं। हल्की बारिश हो जाए तो लोगों को आने-जाने में काफी परेशानी होती है। इस गांव के ग्रामीण गुंजन सिंह ने बताया कि इस गांव पर पंचायत प्रतिनिधियों के द्वारा कोई कार्य नहीं कराया गया है। नल जल का कार्य अधूरा

पंचायत के सभी वार्डों में सात निश्चय योजना के तहत नल जल पानी टंकी बनकर तैयार है। लेकिन घरों में पानी नहीं लगाए जाने से लोगों को शुद्ध पानी नहीं मिल पाता है। पंचायत के पकहा, गोविदचक, रामचंद्रनागर एवं सिमरिया समेत अन्य गांव में नल जल का कार्य पूरा नहीं किया गया।

---------------- कहते हैं पंचायत सचिव

फोटो - 13 एयूआर 19

जागरण टीम पंचायत सरकार भवन पहुंची। पंचायत में हुए विकास के बारे में जानकारी ली गई। सचिव ने बताया कि सात निश्चय योजना के तहत पंचायत का विकास किया गया है। नल-जल एवं हर गली नली का पक्कीकारण कराया गया। जहां बाकी है उसे पूरा किया गया है।

------------------ फोन काटकर बंद कर दिया मुखिया ने

पंचायत कार्यालय में मुखिया को उपस्थिति नहीं रहने के कारण जागरण टीम ने उन्हें फोन लगाया। पंचायत के विकास एवं नल जल योजना में हुई गड़बड़ी पर सवाल पूछा तो उन्होंने बोला कि मेरी तबीयत काफी खराब है। यह कहकर उन्होंने फोन काटकर स्विच ऑफ कर दिया। कहते हैं नागरिक -

फोटो - 13 एयूआर 20

पंचायत के रामपुर गांव निवासी पुरुषोत्तम कुमार सिंह ने बताया कि पंचायत में जो कार्य हुए हैं, उसमें गुणवत्ता नहीं है। जांच की आवश्यकता है। पंचायत के प्रतिनिधियों द्वारा सरकार को बदनाम किया जा रहा है। ---------------------

अभियान : पंचायत परिक्रमा

फोटो - 13 एयूआर 16 एवं 17

- पंचायत में बदहाल है नलजल व गली-नली पक्कीकरण की योजना

- अतिक्रमण की चपेट में है सिमरिया गांव का तालाब


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