औरंगाबाद के तरार में कार्यक्रम आयोजित कर गरीबों के बीच बांटे गए एक हजार कंबल, बुजुर्गों का हुआ सम्मान
दाउदनगर के तरार में कार्यक्रम आयोजित कर गरीबों के बीच कंबल वितरण किया गया। वहीं बुजुर्गों व विशिष्ट लोगों को सम्मानित भी किया गया। इस अवसर पर सांस्कृतिक कार्यक्रम में गीत-संगीत की प्रस्तुति पर श्रोता मुग्ध होते रहे।
संस, दाउदनगर (औरंगाबाद)। तरार में शुक्रवार को कंबल वितरण व सांस्कृतिक कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इस दौरान करीब एक हजार लोगों को कंबल दिया गया। साथ ही दो सौ से अधिक बुजुर्गों और विशष्ट लोगों को अंगवस्त्र देकर सम्मानित किया गया। पूर्व मुखिया प्रतिनिधि दयाशंकर प्रसाद की ओर से कार्यक्रम का आयोजन किया गया था। कंबल पाकर गरीबों को राहत मिली।
इस अवसर पर डॉ संत कुमार दुबे, राम दरस प्रसाद, रामनिवास प्रसाद, सत्यनारायण प्रसाद चौरसिया, मनोज सिंह, सरफुद्दीन अंसारी, भोला खान, शकील अंसारी, हनान अंसारी, गुड्डू, निजाम अंसारी, ईश्वर दयाल प्रसाद, सिपाही सिंह, अशोक सिंह आदि के हाथों कंबल का वितरण कराया गया। इन लेागों ने कार्यक्रम को संबोधित भी किया। सांस्कृतिक कार्यक्रम का संचालन कपिलेश्वर प्रसाद विद्यार्थी ने किया। इसमें जितेंद्र सिंह, श्री आनंद पांडे, मनोज कुमार मंजूल, रंजन कुमार, अजय कुमार एवं अन्य ने अपने गायन से दर्शकों को मंत्रमुग्ध कर दिया। तबला पर लाल बिहारी, नाल पर सोहराई प्रजापति, हारमोनियम पर ब्रह्मदेव राम, बेंजू पर दुबे जी, ऑर्गन पर मनोज मुस्कान और पेड पर राजा बाबू ने अपने हाथ की कला दिखलाई।
गरीबों की सेवा ही मानवता की सेवा
दया शंकर प्रसाद ने कहा कि गरीबों की सेवा ही मानव सेवा है। ठंड से जो ठिठुर रहे होते हैं उनको कंबल देकर ठंड से बचाना ही असली जनसेवा है। कड़ाके की शीतलहर पड़ रही है, ऐसे में इनकी पहली जरूरत कंबल है। वक्ताओं ने कहा कि गरीबों को समय पर कंबल देना काफी महत्वपूर्ण है। पूर्व मुखिया प्रतिनिधि दयाशंकर प्रसाद द्वारा कंबल का वितरण किया जाना काफी मायने रखता है। खासकर इतनी बड़ी संख्या में पंचायत के जरूरतमंद गरीबों को कंबल दिया जा रहा है। वक्ताओं ने कहा कि कई गांव के ऐसे कमजोर व्यक्ति दिखे जो लाचार हैं, दिव्यांग हैं, काफी वृद्ध हैं और उनकी आर्थिक स्थिति काफी कमजोर है। वैसे व्यक्तियों को कंबल वितरण कार्यक्रम से काफी राहत मिली।