कभी नक्सली संगठनों का डर अब वन विभाग डाल रहा अडंगा, नहीं बन पा रही दस किमी लंबी सड़क
गया के बाराचट्टी प्रखंड में चांदो से कदल एवं कदल से बरसूदी पथ निर्माण कार्य में दो वर्ष से वन विभाग के कारण ग्रहण लगा हुआ है। एनओसी नहीं लेने के कारण संवेदक पर प्राथमिकी दर्ज कराई गई थी।
By Vyas ChandraEdited By: Published: Fri, 16 Apr 2021 10:40 AM (IST)Updated: Fri, 16 Apr 2021 10:40 AM (IST)
बाराचट्टी (गया), संवाद सूत्र। प्रधानमंत्री ग्रामीण सड़क निर्माण योजना के तहत ग्रामीण कार्य विभाग शेरघाटी की ओर से बाराचट्टी प्रखंड के चांदो से कदल एवं कदल से बरसूदी गांव तक लगभग दस किलोमीटर लंबी सड़क का निर्माण कार्य वर्ष 2019 से किया जा रहा था। परंतु आचानक निर्माण कार्य मे ग्रहण लग गया। कयोंकि कार्य पर वन विभाग ने रोक लगा दी। चांदो से बरसूदी तक सड़क निर्माण हो जाने से उस इलाके का पिछड़ेपन से मुक्ति मिल सकती थी। यह सड़क झारखंड की दूरी घटा देती। मालूम हो कि इस इलाके में कभी नक्सलियों के डर से सड़क का निर्माण का कार्य नहीं होता था। परंतु आज नक्सलियों का डर तो खत्म जरूर हुआ लेकिन वन विभाग उससे भी खतरनाक साबित हो रहा है इस बात को दबे जुबान से ग्रामीण क्षेत्र के लोग कहते हैं।
वन विभाग ने सवेंदक पर किया प्राथमिकी दर्ज एक वर्ष से काम बंद
चांदो से बरसूदी तक हो रहे सड़क निर्माण कार्य मे सवेदक पर वन विभाग ने वन अधिनियम के तहत पिछले वर्ष प्राथमिकी दर्ज कराई थी। संवेदक सीताराम यादव ने बताया कि हमलोग हाईकोर्ट से जाकर बेल लिए हैं। वन विभाग ने बिना एनओसी लिए सड़क निर्माण का कार्य करने के आरोप में प्राथमिकी दर्ज करा दी जबकि हम लोग सरकार की निविदा के आधार पर काम लेते हैं। जब तक सरकार या वन विभाग खुद से हमलोगों को एनओसी नहीं देती है हम काम नही करेंगे। वे बताते हैं कि मात्र पंद्रह दिन का कार्य बचा हुआ है। बाकी सभी पुल पुलिया को हमलोगों ने प्राक्लन के अनुसार बनाने का काम किया इसमें लाखों रुपए हम लोगों के फंसे हुए हैं।
इस पथ का निर्माण होने से झारखंड की दूरी होगी कम
कदल गांव के राजेंद्र सिंह भोक्ता, रामदेव सिंह भोक्ता व पोखनी देवी कहती है कि जीटी रोड चांदो मोड़ से झारखंड के चतरा जिला अंतर्गत राजपुर तक यह सड़क जाती है। इस पथ के बन जाने से जहां हम लोगों को काफी राहत मिलेगी वही जीटी रोड से चतरा जाने के लिए यह काफी सुगम रास्ता होगा और दूरी भी कम होगी। लोग बताते हैं कि कदल, बरसूदी तथा झारखंड के सिकिट, लुटूदाग, कुमरिया,होते हुए राजपुर तक काफी आसानी से आवागमन कर सकेंगे। परंतु हमलोगों का पथ कब बनेगा यह यहां के ग्रामीण भगवान के उपर छोड दिए हैं।
Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें